टेलीफोन का आविष्कार किसने किया? 

 टेलीफोन का हिंदी में नाम होता है दूरभाष या दूरभाषी यंत्र ।  टेलीफोन का आविष्कार Mobile Phone के पहले ही हुआ था । भले ही आज Mobile Phone दूरसंचार का सबसे आधुनिक साधन  बन गया है पर Mobile Phone की शुरुआत भी टेलीफोन से ही हुई थी । टेलीफोन विज्ञान की सबसे महत्वपूर्ण खोजों में से एक है जिसने 21वीं सदी में दूरसंचार के रूप को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है । टेलीफोन एक ऐसा यंत्र है जिसकी सहायता से दुनिया में कहीं भी किसी जगह पर बैठे दो व्यक्ति आपस में बात कर सकते हैं । इसका फायदा यह होता है कि दो या दो से अधिक व्यक्ति एक दूसरे से दूर होते हुए भी आपस में आसानी से बात कर सकते हैं । हम जिस युग में जी रहे हैं यहां सब कुछ Wireless है पर पहले जब टेलीफोन के अविष्कार के समय ऐसी सुविधा नहीं थी । तब Cables के सहारे ही एक दूसरे तक आवाज पहुंचाती जाती थी ।  जानते हैं टेलीफोन का आविष्कार किसने किया ?

Telephone ka avishkar kisne kiya

टेलीफोन का आविष्कार – 

टेलीफोन का आविष्कार 2 जून , 1875 में Alexander Graham Bell ने किया था । इनके इस अविष्कार ने पूरी दुनिया को ही बदलकर रख दिया है । Alexander Graham Bell Scotland के वैज्ञानिक हैं । लेकिन शुरुआत में Bell के इस अविष्कार पर ज्यादा लोगों ने ध्यान नहीं दिया था । इसलिए उन्होंने लोगों की नजरों में इस अविष्कार की खासियत समझाने के लिए एक यंत्र के सार्वजनिक प्रदर्शन की तैयारी की । इस प्रदर्शनी में Bell ने टेलीफोन का पहला प्रदर्शन 10 मई ,1876 में वोस्टन में American Academy of Science में किया था । और यहां कुछ विशेषज्ञों ने उन्हें सलाह दी कि वे अपने इस प्रदर्शन को फिलाडेल्फिया में होने वाले अमेरिका के स्वतंत्रता समारोह में करें । और इस समारोह में Bell के प्रदर्शन की चर्चा होने लगी । लेकिन कोई भी टेलीग्राफ Companies उनके इस प्रदर्शन को व्यावसायिक रूप से बाजार में उतारने के लिए तैयार ही नहीं थी । शायद उन सभी लोगों को यह डर था कि Bell के अविष्कार को यदि बाजार में उतारा गया तो उनके Telegraph यंत्र की मांग कम हो जाएगी । 

फिर टेलीफोन को जन – साधारण में लाने के लिए Bell and Thomas  ने की सार्वजनिक प्रदर्शन किए । और इन दोनों को पूरी आशा थी कि बहुत जल्द लोगों को इस दूरसंचार मंत्री का महत्व समझ आ ही जाएगा । और Bell and Thomas  दोनों ही Telegraph के माध्यम से  आवाज को 13 किलोमीटर दूर तक पहुंचाने में सफल रहे । और साल के अंत तक उन्होंने इस दूरी को 229 तक बढ़ा दिया । पर इतने के बावजूद भी कोई भी Telegraph Company’s सार्वजनिक रूप से टेलीफोन के उपयोग को लेकर बढ़ावा देने के लिए तैयार ही नहीं थे । ये सब देखने के बाद फिर आखिर में जब कुछ रास्ता नहीं मिल रहा था तब Bell अपने नाम पर एक Telephone Company खोलने का निर्णय लिया । और आज Bell के द्वारा खोली गई ऐतिहासिक Company AT And T के नाम से प्रसिद्ध है।  और विश्व भर में अपने दूरसंचार के साधनों के लिए जानी जाती है ।  बीते कुछ सालों में Bell ने दूरसंचार के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण अनुसंधान भी किए थे । Electrical Transistor का अविष्कार भी Bell ने ही किया था । 

टेलीफोन के अविष्कार से जुड़ी एक कहानी – 

कहा जाता है कि  टेलीफोन के अविष्कार Bell माताजी और पत्नी दोनों को ही सुनाई नहीं देता था अर्थात् दोनों बहरी थी । इसलिए Bell को ध्वनि से संबंधित बहुत ज्ञान था । इसलिए Bell ने सोचा कि तार के माध्यम से भी दो संदेश पहुंचाया जा सकता है और फिर Bell ने इस विषय में रूचि लेना प्रारंभ किया । और इस विषय पर शोध करना शुरू किया । इस कार्य को पूरा करने के लिए Alexander Graham Bell ने एक सहायक के तौर पर Thomas  को चुना । Thomas  ने Alexander Graham Bell के इस शोध में बहुत सहायता की । लम्बे समय तक तार के जरिए ध्वनि संचरण की कोशिश के बावजूद भी दोनों को सफलता नहीं मिली । 2 जून , 1875 में जब Thomas  अपने शोध में लगे हुए थे । और दोनों Thomas  और Bell दोनों एक ऊपर के कमरे में थे और दूसरे नीचे के कमरे में थे । तभी अचानक काम करते समय Thomas  के पेंट पर तेजाब  गिर गया , तब Thomas  ने Bell को मदद के लिए पुकारा ! पर पहले उनको कुछ समझ नहीं आया कि आवाज तो आ रही है पर कहा से आ रही है फिर यहां वहां देखने के बाद उन्हें समझ आया कि यह आवाज तो उनके पास रखें यंत्र से आ रही है । और फिर तो Bell और  Thomas  की खुशी का ठिकाना नहीं रहा क्योंकि दोनों की मेहनत रंग लाई । और यही वो दिन से जिस दिन टेलीफोन की खोज की गई थी । पर टेलीफोन को आधिकारिक तौर पर 1976 में स्वीकार किया गया था ।