हिंदी नाम | अंग्रेजी नाम (English Name) | वैज्ञानिक नाम (Scientific Name) |
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मौसंबी | स्वीट-लेमन (Sweet-lemon) | साइट्रस लिमेटा (Citrus limetta) |
मौसंबी का वैज्ञानिक नाम साइट्रस लिमेटा (Citrus limetta) है। मौसंबी का सेवन करने से स्कर्वी (Scurvy) रोग, कब्ज़ (Constipation), पेट के छालों (Ulcer), सिस्टाइटीस (Cystitis) और रक्तचाप (Blood Pressure)आदि समस्याओं में लाभ मिलता है। मौसंबी की सबसे ज्यादा पैदावार भारत में होती है। ऐसे और भी अन्य देश हैं जहाँ मौसंबी की पैदावार होती है, जैसे ब्राज़िल, चीन, अमेरिका, मेक्सिको, स्पेन, ईरान, इटली, नाइजीरिया और तुर्की आदि।

मौसंबी के फायदे
- स्कर्वी (Scurvy) रोग में मौसंबी का सेवन करने से लाभ मिलता है।
- मौसंबी के सेवन से पाचन संबंधी विकारों में लाभ मिलता है।
- कब्ज़ (Constipation) रोग में मौसंबी के रस का सेवन करना लाभदायक होता है।
- मौसंबी को निम्बू के रस के साथ मिलाकर सेवन करने से पेट के छाले (Ulcer) में राहत मिलती है।
- मौसंबी के रस का सेवन करने से हृदय स्वस्थ रहता है।
- मौसंबी के रस में शहद मिलाकर सेवन करने से मोटापा कम होता है।
- मौसंबी के सेवन से रक्तचाप (Blood Pressure) नियंत्रित रहता है।
- गर्भावस्था में महिलाओं के लिए मौसंबी के रस का सेवन करना लाभप्रद होता है।
- मौसंबी के रस को पानी में उबालकर ठंडा होने के बाद सेवन करने से सिस्टाइटीस (Cystitis) की समस्या में लाभ मिलता है।
- मौसंबी के रस का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
- मौसंबी रक्तवसा (Cholesterol) को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- मौसंबी के रस को चेहरे पर लगाने से दाग-धब्बे मिटते हैं।
मौसंबी के नुकसान
- रक्तचाप (Blood Pressure), कैंसर और रक्तवसा (Cholesterol) को नियंत्रित करने की दवा के साथ मौसंबी का सेवन करना हानिकारक हो सकता है।