by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस एक ऐसी मुहिम है जिससे अगर कोई व्यक्ति जुड़ जाता है तो वह व्यक्ति अपनी बीमारियों व रोगों से मुक्त होकर एक स्वस्थ और बेहतर जीवन व्यतीत करता है। प्रतिवर्ष पूरे विश्व में 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग भारत की पहचान और देन...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
स्वच्छता अभियान का उद्देश्य गलियों, सड़कों को साफ-सुथरा करना है। स्वच्छता अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक विशाल जन आंदोलन है, जो पूरे भारत में सफाई को बढ़ावा देता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 सितंबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान को मंजूरी दी, जो पिछली...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
प्रत्येक मनुष्य के जीवन में सुरक्षा का होना बहुत ही आवश्यक होता है। अगर आप सुरक्षित रहोगे, तभी आप अपने जीवन को खुलकर जी सकते हो। अपनी जिन्दगी को खुलकर जीने के लिए आवश्यक है कि आप स्वंय की सुरक्षा करें। आज लगभग प्रत्येक इंसान किसी न किसी रूप में अपने आपको असुरक्षित...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
पेड़ों की उपयोगिता को कभी भी कम नहीं किया जा सकता। पेड़ हमारे जीवन में भोजन और पानी की तरह ही जरूरी हैं। पेड़ प्रकृति की तरफ से धरती पर मानव को दिया गया सबसे अनमोल उपहार है। पेड़ कार्बन-डाई-ऑक्साइड का उपभोग कर बदले में हमें ऑक्सीजन देते हैं। पेड़ों की अत्यधिक कटाई के कारण...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
प्रथ्वी हमारी मूल्यवान धरोहर है और इसकी रक्षा करना हम सबका परम कर्तव्य है। प्रकृति ने उपहार स्वरूप हमें सूर्य, चंद्रमा, हवा, पानी, नदियां, धरती, पहाड़, हरे-भरे जंगल और धरती की कोख में छिपी हुई खनिज संपदा हमारी सहायता के लिए दी है। मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए इन प्रकृतिक...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
हम प्रतिदिन समाचार पत्रों में पढ़ते हैं कि कई लोग यातायात सुरक्षा के नियमों की अनदेखी करके खुद के साथ-साथ दूसरे लोगों की जान भी जोखिम में ड़ाल देते हैं। सड़क यातायात सही रूप से हो सके इसके लिए कानून बनाये गये हैं। यातायात सुरक्षा के नियमों को अगर सभी नागरिक याद रखें तो...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
प्रकृति ने मनुष्य को कई प्रकार की सौगात दी है, जिसमें उसकी सबसे बड़ी सौगात पर्यावरण है। अगर यह पर्यावरण न हो तो पृथ्वी पर जीवन जीना संभव नहीं होगा। बिना वातावरण के कोई भी जीव-जंतु जीवित नहीं रह सकता। पर्यावरण का हमारे जीवन से गहरा सम्बन्ध है। यह पर्यावरण ही है जो हमें...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
केन्द्र सरकार भारत को एक Cashless देश के रूप में बदलने के लिए प्रयास कर रही है। भारत में मात्र एक प्रतिशत लेन-देन ऑनलाइन पेमेन्ट के रूप में होता है। हम बाजार से कोई सामान खरीदते हैं, तो उसका भुगतान Cash देकर करते हैं। उसी प्रकार जब समान का भुगतान हम Debit Card, Credit...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
8 नवंबर सन 2016 को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रात 8 बजकर 15 मिनट पर दूरदर्शन चैनल के माध्यम से नोटबंदी की घोषणा की थी। उनकी इस घोषणा से कुछ लोगों का दिन का चैन और रातों की नींद उड़ गई। नोटबंदी की प्रक्रिया में पुराने नोटों या सिक्कों के बदले नये...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
लोकतांत्रिक देश भारत में समाचार पत्र जनमत बनाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। समाचार पत्र वर्तमान घटनाओं पर टिप्पणी करते हैं और लोगों को सार्वजनिक महत्व के मामलों पर अपनी राय रखने देते हैं। इसके अलावा समाचार पत्र सरकार और लोगों के बीच संवाद का काम भी करते हैं। समाचार...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
जिस तरह से आज हमारे देश में युवाओं का नशे की तरफ रुझान बढ़ रहा है, यह वाकई बहुत गंभीर चिंता का विषय है। वह युवा जिसे हम अपने देश की शक्ति मानते हैं, जिसे हम अपने देश का उज्जवल भविष्य मानते हैं, उसे आज नशे के कीड़े ने ऐसा जकड़ लिया है जैसे शिकारी अपने शिकार को जकड़ता है।...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
नरेन्द्र मोदी को राजनीति में आने के लिए काफी उतार चढ़ाव का सामना करना पड़ा। उनका बचपन गरीबी में गुज़रा, पढ़ाने के लिए भी उनके परिवार के पास पर्याप्त धन नहीं था। मोदी ने कठिन परिश्रम से राजनीति विज्ञान की डिग्री प्राप्त की और गुजरात के मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री बनते ही...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
मानव जीवन उसी व्यक्ति का सबसे बेहतर होता है, जो व्यक्ति अपने जीवन में नैतिक मूल्यों को प्राथमिकता देता है। यह जीवन अनमोल है तथा हम इसे और महान बना सकते हैं, अगर प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में नैतिक मूल्यों का प्रयोग करे। अगर हम सभी लोग नैतिक गुणों को अपने जीवन में...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
मनुष्य अपने जीवन में सफल होता है तो उसमें उसकी शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान होता है। शिक्षा मनुष्य के व्यक्तित्व के निर्माण में सहायता करती है। शिक्षा से व्यक्ति के मन में आत्मविश्वास पैदा होता है और उसके अन्दर सकारात्मक विचारों का जन्म होता है। आज के युग में शिक्षा का...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
15 अगस्त स्वतन्त्रता दिवस के दिन बहुत सारे नारे सुने। 15 अगस्त के दिन हमारे स्कूल में एक से बढ़कर एक नारे बोले जाते हैं। तब मुझे ये नारे सुन-सुनकर याद हो गये क्योंकि ये नारे ऐसे थे जो मेरे अन्दर देशभक्ति की भावना को जगा रहे थे। स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा देश की आजादी...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
स्वस्थ जीवन ही सभी सुखों का आधार है। अच्छे स्वास्थ्य में सौंदर्य होता है, जिनका स्वास्थ्य अच्छा होता है, उनका मन हमेशा उत्साह और उमंग से परिपूर्ण होता है। अच्छे स्वास्थ्य वाला व्यक्ति कठिनाईयों से नहीं घबराता और अपना कार्य चिंतामुक्त होकर करता है। दूसरी तरफ खराब...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
‘स्त्री और पुरूष में समानता’ इस वाक्य में “समानता” का अर्थ समान अधिकार, समान अवसर, समान व्यवहार और सम्मान से है। इसका एक सीधा-साधा सा अर्थ यह है कि स्त्री और पुरूष एक दूसरे के पूरक हैं और एक के बिना दूसरा अधूरा है। जिस प्रकार हर सफल पुरूष के...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
इंसानियत के कई किस्से और उदाहरण आपने जरुर सुने व देखे होंगे। जब एक व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के लिए काम आता है तो मानवता की शक्ति बढती जाती है। इंसानियत के काम आने का ऐसा ही एक रूप है रक्तदान। आपके आस-पास व हॉस्पिटलस में कई बार रक्तदान के शिविर लगते हैं जिसमें लोगों...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
जल है तो जीवन है, हम यह बात बचपन से ही सुनते आ रहे हैं। लेकिन बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं, जो इस बात को समझ पाते हैं कि पानी हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है। पानी की अहमियत हमें तब पता चलती है जब पानी की बहुत किल्लत होती है। लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक...
by ram sharma | May 30, 2018 | स्लोगन
जल है तो जीवन है..। यह जल तभी होगा जब हमारी नदियों में पानी होगा। हमारे देश में प्राचीन काल से बहुत नदियाँ बहती हैं। हर नदी इस देश के लिए अपना योगदान देती है। किसान इन्हीं नदियों से सिंचाई करते हैं। इन्हीं नदियों के किनारे कई शहर बसे हुए हैं, जिसका केंद्र ये नदियाँ ही...