परिचय
भारत की सबसे सफल महिला उद्यमियों की श्रेणी में शहनाज हुसैन का भी नाम भी शामिल हैं। शहनाज हुसैन मशहूर ब्यूटी एक्सपर्ट भी हैं। उनकी कम्पनी ‘शहनाज हुसैन हर्बल्स’ विश्व भर में हर्बल प्रोडक्ट्स बनाने वाली सबसे बड़ी कम्पनियों में से एक है। उनकी कम्पनी सुन्दरता और सेहत के लिये लगभग 400 उत्पाद बनाती है, जिनमे त्वचा की देखभाल के उत्पाद सबसे प्रमुख हैं। स्पष्टवादी विचार और आकर्षक रूप के लिए जानी जाने वाली शहनाज हुसैन ने अपना दबदबा फ्रेंचाइजी सिस्टम से बनाया। इस कारण उनके हर्बल उत्पाद तेजी से विश्व में फैशन और प्रतिष्ठा का परिचायक बन गए।
शुरूआती जीवन
शहनाज हुसैन का जन्म सन 1940 में एक मशहूर परिवार में हुआ। इनके पिता का नाम ‘नसीरुल्लाह बेग’ तथा माता का नाम ‘सईदा बेगम’ था। इनके पिता भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश थे और इनके दादा ‘समीउल्लाह बेग’ हैदराबाद के मुख्य न्यायाधीश और नागपुर के गवर्नर थे। शहनाज हुसैन की सगाई मात्र 14 वर्ष की उम्र में और 16 वर्ष की उम्र में शादी हुई। घरेलू जीवन से परेशान हो जाने पर ब्यूटिशियन बनने की जिद की और पति एवं पिता दोनों ने उनका साथ दिया। उन्होंने विश्व के कई ब्यूटी स्कूलों से शिक्षा प्राप्त की।
करियर
आधुनिक सौंदर्य प्रसाधनो में प्रायः रसायनों का उपयोग होता है, जिनका शरीर पर बुरा असर पड़ता है। इसे देखते हुये उन्होंने आयुर्वेद का अध्ययन किया और इसके बाद लगभग 10 वर्षों तक लंदन, पेरिस, न्यूयॉर्क और कॉपनहेगन के प्रतिष्ठित पॉर्लरों में प्राकृतिक सौंदर्य प्रणाली का अध्यन किया। उन्होंने दिल्ली में सन 1977 में अपने घर से ही ‘शहनाज हुसैन हर्बल्स’ की शुरुआत की तथा उन्हें प्रारम्भ से ही बहुत अच्छा समर्थन मिला। उन्होंने शीघ्र ही मुहांसे, झाई, त्वचा में नमी की कमी और एलोपेसिया यानि बालों को गिरने से रोकने के लिये विभिन्न उत्पाद बाजार में पेश किये।
90 का दशक आते-आते शहनाज हुसैन के उत्पादों को इतना पसंद किया जाने लगा कि वे देश-दुनिया के सभी बड़ी दुकाने पर बिकने लगे। 70 के दशक में उन्होंने सौन्दर्य विशेषज्ञों के वैश्विक सम्मेलन सिडेस्को में देश की नुमाइंदगी की और उन्हें एक दिन के लिये इस सम्मेलन की अध्यक्षता करने का मौका भी मिला। इस मौके का लाभ उठाते हुये उन्होंने पूरी दुनिया का ध्यान आयुर्वेद की ओर खींचने का प्रयास किया। धीर॓-धीर॓ दुनिया भर में उनके सौंदर्य उत्पादों का डंका बजने लगा और लंदन के हैरोड्स से लेकर दुबई के सुल्तान स्टोर्स तक सब उनके उत्पाद बेचने के लिये तत्पर रहने लगे। उन्होंने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिये फ्रेंचाइजी के तहत भारत और विदेशों में अपने एक्सक्लूसिव स्टोर्स खोले, लेकिन गुणवत्ता पर नियंत्रण रखने के लिये वे अपने सभी फ्रेंचाइजी मालिकों को पहले प्रशिक्षण देतीं थीं।
भारत में सौंदर्य चिकित्सा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण संस्थानों की आवश्यकता महसूस करते हुये शहनाज हुसैन ने ‘वूमैन्स वर्ल्ड इंटरनेशनल’ की स्थापना की। इसका मुख्य उद्देश्य शारीरिक संरचनाएं सौंदर्य, व्यक्तित्व विकास से लेकर सैलून प्रबंधन तक सभी विषयों पर प्रशिक्षण देना था। इसके बाद शहनाज़ हुसैन ने पुरुष सौंदर्य के क्षेत्र में ‘मैन्स वर्ल्ड इंटरनेशनल’ भी शुरू किया।
दिल्ली के पास दो औषधि उद्यान व फूलों के बाग भी हैं। शहनाज हुसैन हर्बल्स की खास बात यह है कि कच्चे माल से लेकर प्रोसेसिंग और पैकेजिंग तक की पूरी प्रक्रिया में गुणवत्ता पर पूरा ध्यान दिया जाता है। उन्होंने ऐसे उत्पाद बनाये, जो कभी सिर्फ देश के आयुर्वेदिक केंद्रों में ही उपलब्ध थे। ये उत्पाद विदेशी स्पा से लेकर हर एक उपभोक्ता के हिसाब से ढल सकते थे। शहनाज हुसैन की कंपनी अब भारत, दुबई और लंदन के साथ-साथ दुनिया के अन्य देशों और शहरों में फैल गयी है। उनके उत्पाद आलीशान स्टोर सेल्फ्रिजेस में बिकते हैं और हार्ले स्ट्रीट में वह क्लीनिक चलाती हैं।
सम्मान एवं अवार्ड
- ब्रिटेन में ‘लायड्स TSB जेवेल अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
- अमेरिका में ‘लियानार्दो द विंची डायमंड अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया।
- जेनेवा में इंटरनेशनल स्टार अवॉर्ड: गुणवत्ता, हीरा उत्पाद खंड: प्रदान किया गया।
- ‘द आर्क ऑफ़ यूरोप गोल्ड स्टार फॉर क्वालिटी अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
- ‘वन ऑफ़ द लीडिंग वीमेन इंटरप्रेन्योर ऑफ़ द वर्ल्ड’ से सम्मानित किया गया।
- ‘द 2000 मिलेनियम मेडल ऑफ़ ऑनर’ से सम्मानित किया गया।
- ‘राजीव गांधी सद्भावना पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
- सन 1983 में ‘वीमेन ऑफ़ द डिकेड अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
- सन 1985 में ‘इमेज इंडिया अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
- सन 1986 में ‘फिक्की आउटस्टैंडिंग वीमेन ऑफ़ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
- सन 1996 का अंतर्राष्ट्रीय ‘वर्ल्डस ग्रेटेस्ट एंटरप्रेन्योर’ अवार्ड’ सक्सेस से प्रतिष्ठित अमेरिकी व्यावसायिक पत्रिका, 105 वर्षों में पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला बनी।
- 2006 राष्ट्रीय ‘पद्मश्री‘ पुरस्कार . भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया।
- वाशिंगटन DC में अंतर्राष्ट्रीय जीवनी केंद्र द्वारा सन 2009 में लियोनार्डो दा विंची डायमंड अवार्ड से सम्मानित किया।
- सन 2009 में इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (ICCI) की ओर से ‘नेशनल वुमन ऑफ सब्सटेंस अवार्ड’ से सम्मानित किया।
- सन 2011 की दूसरी लाइफटाइम लीडरशिप (WIL) फोरम में ‘राष्ट्रीय लाइफटाइम लीडरशिप अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित किया।
- सन 2012 में लंदन में इंडो-ब्रिटिश बिजनेस फ़ोरम से हाउस ऑफ़ कॉमन्स, ब्रिटिश संसद में ‘अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्ट आयुर्वेदिक नवाचार पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
- सन 2012 में लंदन में ओलंपिया ब्यूटी शो में आयुर्वेद और प्लांट कॉस्मेटिक्स में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिया एशिया पुरस्कार’ से सम्मानित किया।
- सन 2013 में आयुर्वेदिक सौंदर्य देखभाल में उत्कृष्ट नवाचारों के लिए दुबई में ‘इंटरनेशनल ग्लोरी ऑफ इंडिया अवार्ड’ से सम्मानित किया।
- सन 2014 में लंदन में आयुर्वेदिक नवाचार के लिए ‘इंटरनेशनल गोल्डन पीकॉक एंटरप्रेन्योरियल लीडरशिप अवार्ड’ से सम्मानित किया।
- उद्यमी मीडिया इंडियाए FICCI, NEN और NASSCOM से उत्कृष्ट आयुर्वेदिक नवाचारों के लिए 2015 राष्ट्रीय उद्यमी भारत पुरस्कार 2015
- सन 2017 का राष्ट्रीय ‘वुमन सुपर अचीवर’ पुरस्कार मुंबई में, फेमिना द्वारा प्रायोजित किया।
- सन 2017 में सूर्यदत्त समूह, पुणे से ‘राष्ट्रीय आयुर्वेद नवाचार पुरस्कार’ से सम्मानित किया।