Canonical Tag Kya Hai l कैनोनिकल टैग क्या है ?
Canonical Tag in Hindi यह एक HTML element है जिसका इस्तेमाल डुप्लीकेट कंटेंट से बचने के लिए किया जाता है। यह Search Engine को बताता है कि कैनोनिकल URL को ही किसी page का मुख्य version समझा जाए और दूसरे मिलते जुलते URL अलग या मुख्य URL की नकल नही हैं, ये सब एक ही हैं।
इसे नीचे दिए गए e-commerce कंपनी के product page duplication के उदाहरण से समझा जा सकता है।

ऊपर दिखाई गई image में एक ही product (yellow toy car) के तीन product pages दिखाए गए हैं। इन pages में एक ही कंटेंट है बस breadcrumb links अलग हैं। यहां हम canonical tag की मदद से किसी एक पृष्ठ को canonical version दिखा सकते हैं ऐसा करने से बाकि के दो पृष्ठों को सर्च इंजन डुप्लीकेट नही समझेगा। इस प्रकार हम डुप्लीकेट कंटेंट से बच सकते हैं।

ऊपर दिए गए चित्र में, canonical tag का इस्तेमाल करके हमने सर्च इंजन को बता दिया है कि [http://www.example.com/toys/cars/yellow] पर दिए गए page को मुख्य पृष्ठ समझा जाए और बाकि के दो पृष्ठों को मुख्य पृष्ठ के प्रकार (variations) समझा जाए।
इस प्रकार अगर आपकी वेबसाइट अलग अलग URLs पर एक ही कंटेंट दिखा रही है तो canonical tag का इस्तेमाल करके आप किसी एक URL को canonical URL दिखा कर ये स्पष्ट कर सकते हो कि दुसरे URLs duplicates (नकल) नही हैं। नीचे दिए गए उदाहरण को देखिए;
- http://www.example.com/ (the main page)
- http:/example.com/
- http://example.com/index.html
मुख्य पृष्ठ को canonical version दिखाने के लिए हम मुख्य पृष्ठ से सम्बंधित canonical tag को बाकि के दो URLs के header में डाल सकते हैं। नीचे दिए गए चित्र को देखिये;

Canonical Tag का उपयोग कैसे करे?
Canonical tag को आप link tag को page के HTML code के head से जोड़ कर प्रयोग में ला सकते हो। यह page सर्च इंजन के लिए canonical होगा। उदाहरण के लिए www.javatpoint.com में canonical tag लगाने के बाद code ऐसा दिखाई देगा;
- <link rel=“canonical” href=“http://www.javatpoint.com/seo-canonical-tag” />
Canonical tag किसी वेबसाइट की SEO में कैसे मदद करता है।
अगर आपके पृष्ठ के बहुत सारे मिलते जुलते version हैं या आपके कंटेंट को अलग अलग URLs से access किया जा सकता है तो ऐसी स्थिति में canonical tag बहुत उपयोगी है। इसकी मदद से आप किसी एक version को canonical URL बना सकते हो। इसके बाद canonical version से मिलते जुलते दूसरे versions पर जितने भी links बनेंगे उनको सर्च इंजन canonical version के links में ही गिनेगा। इससे आपके backlinks में बढ़ोतरी होगी और आपकी वेबसाइट के SEO में सुधार होगा।
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