संज्ञा की परिभाषा
हिंदी भाषा में संज्ञा (Noun) का विशेष महत्व है। इसलिए आज इस लेख में हम आपको संज्ञा की परिभाषा और उसके प्रकार के बारे में विस्तार से बताएंगे।
संज्ञा क्या है?
किसी वस्तु, प्राणी, नाम, स्थान, या भाव के नाम को संज्ञा कहते हैं। जैसे राम, बाजार, लखनऊ, मेज, बुढ़ापा आदि।इनमें,
नाम:- राम
स्थान:- लखनऊ
वस्तु:- मेज
भाव:- बुढ़ापा
संज्ञा के प्रकार
संज्ञा पांच प्रकार की होती है, जिसे उसके प्रयोग के रूप में अलग-अलग बाँटा जा सकता है।
1- जातिवाचक संज्ञा
2- भाववाचक संज्ञा
3- व्यक्तिवाचक संज्ञा
4- समूहवाचक संज्ञा
5- द्रव्यवाचक संज्ञा
1-जातिवाचक संज्ञा: ऐसा शब्द जो किसी वस्तु, व्यक्ति, अथवा स्थान की सम्पूर्ण जाति का बोध कराता है, उस शब्द को जातिवाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे टेलीविजन, मोबाइल, शहर, विद्यालय, मनुष्य, जानवर आदि।
इसमें टेलीविजन और मोबाइल वस्तु, शहर, विद्यालय स्थान, और मनुष्य, जानवर प्राणी हैं। इसके अलावा जैसे अन्य उदाहरण इस प्रकार हो सकते हैं-
- विद्यालय में बच्चे पढ़ते हैं|
- सांप कीड़े खाता है।
- जंगल में जानवर रहते हैं।
उपरोक्त वाक्यों में बच्चे, जानवर और कीड़े जातिवाचक संज्ञा कहलायेंगे। क्योंकि ये किसी विशेष का बोध न करा कर सभी जानवरों, कीड़ों व बच्चों का बोध करा रहे हैं।
भाववाचक संज्ञा: ऐसा शब्द जोकि किसी चीज अथवा पदार्थ की अवस्था, दशा, या भाव का बोध कराए, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे- कड़वाहट, जवानी, बुढ़ापा आदि।
उदाहरण
- लगातार कंप्यूटर पर काम करने से आँखें थक जाती हैं।
- लगातार मेहनत करने से सफलता जरुर मिलती है।
उपरोक्त वाक्यों में थकान से थकने का भाव व सफलता से सफल होने का भाव स्पष्ट होता है, जिस कारण इसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
व्यक्तिवाचक संज्ञा: ऐसे शब्द जो केवल एक व्यक्ति, वस्तु, अथवा स्थान का बोध कराते हैं, उन्हें व्यक्तिवाचक संज्ञा (Vyktivachak sangya) कहते हैं। जैसे: दिल्ली, लंदन (स्थान), बोतल, मोटरसाइकिल (वस्तु), राम कुमार, महेश, नरेंद्र मोदी (व्यक्ति), आदि।
उदाहरण:
- महेश बाजार जा रहा है।
- मैं मुंबई में रहता हूँ।
- स्वरा भाष्कर अभिनेत्री है।
- राहुल गांधी कांग्रेस लीडर हैं।
उपरोक्त वाक्यों में महेश, मुंबई, स्वरा भाष्कर, और राहुल गांधी व्यक्ति वाचक संज्ञा हैं, क्योंकि ये सभी शब्द किसी एक व्यक्ति का ही बोध करा रहे हैं। इसलिए ऐसे शब्द व्यक्तिवाचक संज्ञा में आएंगे।
समूहवाचक संज्ञा: ऐसे शब्द जिनसे किसी भी व्यक्ति अथवा वस्तु के समूह का बोध होता हो वे शब्द समूहवाचक संज्ञा कहलाते हैं। जैसे- भीड़, झुण्ड, फ़ौज, लाइब्रेरी आदि।
उदाहरण:
- रेलवे स्टेशन पर छठ पूजा के कारण भीड़ जमा हो गयी।
- कुम्भ में दुनिया के सबसे ज्यादा साधु जुटते हैं।
- महेश के परिवार में पांच सदस्य हैं।
उपरोक्त वाक्यों में भीड़, साधू और परिवार समूह का बोध करा रहे हैं, इसलिए ये शब्द समूहवाचक संज्ञा कहलाएंगे।
द्रव्यवाचक संज्ञा: ऐसे शब्द जो किसी धातु अथवा द्रव्य का बोध कराएं, द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं। जैसे- लोहा, पीतल, दूध, पानी, घी आदि।
उदाहरण:
- लोहे की कील दरवाजे के आर-पार हो गयी।
- मुझे सुबह-शाम दूध पीना पसंद है।
- मीना सोने के जेवर लेने बाजार गयी।
उपरोक्त वाक्यों में लोहे की कील, दूध, और सोना द्रव्य का बोध करा रहे हैं। इसलिए ऐसे शब्द द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाएंगे।
इस लेख में आपको संज्ञा क्या होती है? और उसके कितने प्रकार हैं?, विस्तार से बताया गया है।