साइना नेहवाल का परिचय

किसी ने कभी अनुमान भी नहीं लग|या होगा की जिस बेटी के जन्म होने पर उसकी दादी ने उसका चेहरा तक नहीं देखा था वही लड़की आज देश का इतना नाम रोशन करेगी|

जी हाँ, बिलकुल सही पहचाना आपने वो लड़की और कोई नहीं साइना नेहवाल हैं|

साइना नेहवाल एक भारतीय पेशेवर बैडमिंटन एकल खिलाड़ी हैं। माना जाता है कि साइना नेहवाल की पहचान बैडमिंटन से नहीं है बल्कि बैडमिंटन साइना नेहवाल के खेल से जाना जाता है| साइना नेहवाल ने भारत के साथ साथ पूरे विश्व में बैडमिंटन को लोकप्रिय बनाने में अहम भूमिका निभाई है| साइना नेहवाल ने भारत के लिए बैडमिंटन में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक अपने नाम किये हैं|लम्बे समय तक साइना नेहवाल विश्व की नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी रही हैं| साइना नेहवाल को सबसे सफल भारतीय खिलाड़ियों में से एक माना जाता है और भारत में बैडमिंटन की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है। साइना नेहवाल को केवल बैडमिंटन में ही नहीं बल्कि कराटे में भी ब्राउन बेल्ट हासिल किया था| साइना नेहवाल एक परोपकारी (philanthropist)हैं और सबसे धर्मार्थ एथलीटों (most charitable athletes) की सूची में अठारहवें स्थान पर थी| साइना नेहवाल अपने मूल राज्य हरियाणा में एक बैडमिंटन अकादमी खोलने की प्रक्रिया में भी है।

साइना नेहवाल का जन्म, शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च 1990, हिसार, हरियाणा में हुआ था| साइना नेहवाल के पिता का नाम हर वीर सिंह नेहवाल है जो की चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कार्यरत थे और साइना की माता का नाम उषा रानी नेहवाल है| साइना नेहवाल के माता-पिता ने कई वर्षों तक बैडमिंटन खेला था| साइना नेहवाल की मां उषा रानी,​​हरियाणा में राज्य स्तर की बैडमिंटन खिलाड़ी थीं। साइना नेहवाल ने अपनी मां के राष्ट्रीय स्तर के बैडमिंटन खिलाड़ी बनने के सपने को पूरा करने के लिए बैडमिंटन का सहारा लिया था| साइना नेहवाल के पिता जो की अपने विश्वविद्यालय के सर्किट में शीर्ष खिलाड़ियों में से एक थे| साइना नेहवाल की एक बड़ी बहन है जिनका नाम चन्द्रांशु नेहवाल है जो की वॉलीबॉल की खिलाड़ी हैं| साइना नेहवाल ने अपनी शुरुआती स्कूली पढ़ाई  कैम्पस स्कूल सीसीएस एचएयू, हिसार में पूरी किया था| साइना नेहवाल के पिता को पदोन्नत (promote) कर उन्हें हरियाणा से हैदराबाद स्थानांतरित (transfer) कर दिया गया था| साइना नेहवाल ने अपनी 12 वीं कक्षा तक की पढ़ाई सेंट एन कॉलेज फॉर वूमेन, हैदराबाद से पूरा किया| साइना नेहवाल ने हैदराबाद में बैडमिंटन को अपने जीवन में लाया जब साइना महज़ आठ साल की थीं| कह सकते हैं कि साइना नेहवाल को बैडमिंटन साइना को अपने माता पिता की विरासत में मिली थी| साइना नेहवाल के पिता साइना को हैदराबाद के लाल बहादुर स्टेडियम लेकर गए थे जहाँ साइना के कोच नानी प्रसाद के नेतृत्व में बैडमिंटन सीखने लगी थी| यहाँ से साइना को सख्त ट्रेनिंग मिली और फिट रहने के गुण भी सिखने को मिले थे| साइना नेहवाल के पिता सेना को रोज़ सुबह 4 बजे स्टेडियम प्रैक्टिस के लिए ले जाते थे जहाँ से साइना फिर अपने स्कूल जाया करती थीं| कुछ दिनों बाद साइना ने एमएस औरफ से ट्रेनिंग लेना शुरू किया जो खुद भी देश के जाने मानें खिलाड़ियों में से एक हैं|

साइना नेहवाल ने साल 2003 में जूनियर सेस्सिक ओपन में अपना पहला टूर्नामेंट खेला था जिसमें साइना ने जीत भी हासिल किया था और 2004 में हुए कामनवेल्थ युथ गेम्स (Commonwealth Youth Games) में साइना को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ था|

साल 2005 में साइना ने असैन्य सॅटॅलाइट टूर्नामेंट में हिस्सा लिया जिसमें साइना को एक बार फिर जीत हासिल हुई जिसे साइना ने 2006 में भी बरक़रार रखा था| इसी टूर्नामेंट की जीत के बाद साइना अंडर 19 की खिलाड़ी बन गई थीं जिन्होंने लगातार इस टूर्नामेंट में दो बार जीत हासिल किया था|

मई 2006 में, 16 वर्ष की आयु में साइना नेहवाल 4-स्टार टूर्नामेंट, फिलीपींस ओपन जीतने वाली एशिया की पहली भारतीय महिला और सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई थी|| टूर्नामेंट में 86 वीं सीड के रूप में प्रवेश करते हुए, साइना नेहवाल ने खिताब के लिए मलेशिया की जूलिया वोंग पे जियान को हराया था|  अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन सर्किट में प्रवेश करने के कुछ ही महीनों बाद 17 वर्षीय साइना नेहवाल ने विश्व चैंपियनशिप में भाग लिया था, जहां वह चीन की जियांग यांजियाओ से हार गई थी |

साइना नेहवाल ने 2006 के दोहा एशियाई खेलों (Asian Games)में भी भाग लिया था| साल 2008 में साइना नेहवाल पहली भारतीय बनीं जिन्होंने वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप का खिताब जीता था| साल 2009 में साइना नेहवाल ने विश्व की प्रमुख श्रृंखला इंडोनेशिया ओपन जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई थीं| इसके बाद से साइना नेहवाल ने कई सीरिज़ अपने नाम किये और भारत के साथ साथ पूरे विश्व में बैडमिंटन के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक बन गई और कई पदक अपने नाम किये|

साल 2011 में साइना नेहवाल ने स्विस ओपन ग्रैंड प्रिक्स(Swiss Open Grand Prix) में जीत हासिल किया था और बी.डब्ल्यू.अफ सुपर सीरीज मास्टर फाइनल में दूसरा स्थान प्राप्त किया था| साल 2012 भी साइना के लिए अलग अलग टूर्नामेंट्स की सीरीज में जीत का तोहफ़ा ही लाया था साथ ही साथ साइना नेहवाल ने इंडोनेशिया ओपन(Indonesia open) का टाइटल साइना ने तीसरी बार अपने नाम किया था| साइना नेहवाल की इस सफलता में कई राज्यों जैसे की राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, आदि ने नकद राशि के रूप में सम्मान दिया| भारत के खेल मंत्री ने सेना को आईएएस अफसर के बराबर की नौकरी का प्रस्ताव भी दिया|

2012 में हुए लंदन ओलंपिक में जीत कर साइना नेहवाल पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थी, जिन्होंने ओलंपिक पदक जीता था| साइना नेहवाल राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth games) में दो एकल साल 2010 और 2018 में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई थी। साइना नेहवाल का जीतने का सफर आज तक चलता चला आ रहा और साइना का नाम आज विश्व के सफल और श्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिना जाता है|

हाल ही में 29 जनवरी 2020 को साइना नेहवाल ने दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया था| साइना नेहवाल की बहन अबु चंद्रांशु नेहवाल भी पार्टी में शामिल हुईं| साइना नेहवाल के वर्तंमानिक कोच पुलेला गोपीचंद हैं| साइना नेहवाल ने अब तक 629 बैडमिंटन मैचेस खेले हैं जिनमें से 433 राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मैच जीते हैं और 196 मैचेस में सेना को हार का सामना करना पड़ा था| साइना नेहवाल इस समय बिस्वे पद (20th rank) पर हैं|

साइना नेहवाल की उपलब्धियाँ

साइना नेहवाल ने अपनी छोटी उम्र से ही बहुत से पुरस्कार अपने नाम किये थे| साइना नेहवाल के कुछ प्रमुख पुरस्कार और उनकी उपलब्धियाँ हैं-

  • 2008 में, बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा मोस्ट प्रॉमिसिंग प्लेयर ऑफ़ द इयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • 2009 में, बैडमिंटन के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • 2009 में, स्पोर्ट्स में सीएनएन-आईबीएन इंडियन ऑफ द ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • 2009 और 2010 में, राजीव गांधी खेल रत्न अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • 2010 में, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • 2015 में, बिग स्टार मोस्ट एंटरटेनिंग स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ ईयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • 2016 में, पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था|
  • साइना नेहवाल को मंगलायतन विश्वविद्यालय और  एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है|

साइना नेहवाल ने अपने खेल काल में अब तक चौबीस टाइटल्स (24 Titles) अपने नाम किये हैं|

साल 2012 में साइना नेहवाल की आत्मकथा, प्लेइंग टू विन: माई लाइफ ऑन और ऑफ कोर्ट रिलीज़ हुई थी| साइना नेहवाल के जीवन पर आधारित साइना नाम की अमोल गुप्ते द्वारा निर्देशित बायोपिक उन पर बनाई जा रही है, जिसमें अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा शीर्षक भूमिका निभा रही हैं|

साइना नेहवाल ने बहुत से टेलीविज़न के विज्ञापन भी किये हैं जैसे की स्पोर्ट्स ब्रांड योनेक्स, इमामी, फॉर्च्यून कुकिंग ऑयल, गोदरेज नो मार्क्स, हर्बालाइफ न्यूट्रिशन, हुआवेई हॉनर स्मार्ट फोन, इंडियन ओवरसीज बैंक, सहारा समूह, स्टार स्पोर्ट्स, आदि|

साइना नेहवाल का वैवाहिक जीवन

14 दिसम्बर 2016 में, भारत की बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप हैदराबाद में एक निजी समारोह में शादी के बंधन में बंध गए थे| पारुपल्ली कश्यप भी भारतीय बैडमिंटन के खिलाड़ी हैं और पारुपल्ली की मुलाकात साइना नेहवाल से बैडमिंटन खेल के दौरान ही हुई थी|