आपरेशन ब्लैकबोर्ड कब शुरू हुआ था (Operation Blackboard Kb shuru hua tha)?

आपरेशन ब्लैकबोर्ड को OBB भी कहते हैं । आपरेशन ब्लैकबोर्ड की शुरुआत सन् 1986-87 में सातवीं पंच वर्षीय योजना के तहत की गई थी । इस योजना का उद्देश्य प्राथमिक विद्यालय में न्यूनतम शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराना था ।

आपरेशन ब्लैकबोर्ड योजना के तहत उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री –

* मुद्रित – इसमें अध्यापकों का विस्तृत अभिविन्यास कार्यक्रम चलाना था।

* गैर मुद्रित – इसमें शैक्षिक सामग्री जैसे खेल – खिलौने, कुर्सी, मेज, पुस्तकें, गणित की किट, माॅडल, ब्लैकबोर्ड, पहेलियां, चार्ट, आदि उपलब्ध कराना था ।

आपरेशन ब्लैकबोर्ड की क्या विशेषता है –

* इस आपरेशन ताजी हवा और खुला वातावरण स्कूल के विद्यार्थियों को देना है ।

* इस आपरेशन के तहत स्कूल में दो कमरे तथा दो शिक्षकों का होना जरूरी होता है ।

* इस योजना के तहत स्कूल में उचित साधनो का होना बहुत जरूरी है ।

* इस योजना के तहत स्कूलों में दो शौचालय होना आवश्यक है एक लड़कियों के लिए और एक लड़कों के लिए ।

आपरेशन ब्लैकबोर्ड में किये गए संशोधन –

  • 1992 ई° में  किए गए संशोधन –

इस योजना के तहत स्कूल में दो कमरों की जगह तीन कमरे होना आवश्यक है और दो‌ शिक्षकों की जगह तीन शिक्षकों का होना आवश्यक है ।

  • 1993-94 ई° –

इस योजना के तहत स्कूलों को उच्च प्राथमिक स्तर पर बढ़ाया गया है।

पोषणहार वितरण की योजना –

ब्लैकबोर्ड के तहत भारत सरकार द्वारा सभी सरकारी स्कूलों में पोषाहार योजना 15 अगस्त सन् 1995 ई° में लागू किया था। इस योजना का उद्देश्य है बच्चों को पौष्टिक आहार देना और विद्यालयों में नामांकन और ठहराव में वृद्धि करना था।

छात्रवृत्ति वितरण की योजना –

इस योजना के तहत भारत सरकार के द्वारा कक्षा 1 से लेकर 8 तक के सभी अनुसूचित जाति/जनजाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान करना था । और 1 से लेकर 8 तक की कक्षा के बालक विद्यार्थीयों के लिए कोई आय सीमा निश्चित नहीं की गई है ।

बेसिक शिक्षा परियोजना –

बेसिक शिक्षा परियोजना की तहत 8 अक्टूबर सन् 1993 में ये योजना प्रभावी हुई थी जिसका उद्देश्य इस प्रकार हैं-

* सभी बच्चों के लिए शिक्षित करने हेतु उनका नामांकन कराना ।

* विद्यालय को सुलभ यानी साफ और स्वच्छ रखना ।

* शिक्षा मे उपलब्धि के स्तर को बढाना ।

स्कूल चलो अभियान कब शुरू हुआ था –

ये अभियान सन् 1996 में कक्षा 1 से लेकर 8 तक के बच्चों के लिए विद्यालय के प्रति आकर्षित करने हेतु प्रारंभ किया गया था । और इस अभियान के तहत बहुत सी रैलियां निकाली गई और पोस्टर लगाए गए । इसी के साथ – साथ अनुसूचित जाति/ जनजाति के अल्पसंख्यक वर्ग में आने वाले बच्चों के लिए विद्यालय के प्रति आकर्षित करने हेतु छात्रवृत्ति की भी व्यवस्था कराई गई ।

सर्वशिक्षा अभियान कब शुरू हुआ –

ये अभियान सन् 2003 से लेकर 2010 तक चलाया गया इसको समझने के लिए कुछ बिंदु दिए गए हैं –

* सर्व शिक्षा अभियान को सन् 2000 में कैबिनेट मंत्री के द्वारा इसकी मंजूरी दी गई थी और 2001 में इसे पास किया गया ।

* इसके बाद इसे सन् 2003 में शिक्षा की गारंटी के साथ जोड़ा गया ।

* इसके बाद  सर्व शिक्षा अभियान के तहत सन् 2007 में सभी बच्चों को कक्षा 5 तक की प्राथमिक शिक्षा दी जाने की योजना की गई ।

* इस योजना के तहत 2010 में कक्षा 8 तक  के सभी विद्यालयों को शिक्षा पूर्ण करा दी ।

NPEGEL कार्यक्रम कब शुरू हुआ था –

 इस योजना का पूरा नाम National Programme Of Education For Girls At Elementary Level हैं । सर्व शिक्षा के तहत यह एक ऐसा कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य कक्षा 1 से 8 तक की सभी बालिकाओं की शिक्षा सार्वभौमिक हो और इसके अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करना । जिससे जरिए बालिकाओं का ठहराव भी सुनिश्चित कराया जा सकता है ।

SOPT कार्यक्रम कब शुरू हुआ था –

इस योजना का पूरा नाम Special Orientation Programme For Teacher हैं ‌। इस योजना की शुरुआत सन् 1993-94 में हुई थी । इस योजना का मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं-

* आपरेशन ब्लैकबोर्ड के तहत प्राथमिक विद्यालयों में दी गई सामग्री का समुचित प्रयोग करना और विकास करना ।

* अध्यापकों को बालक के ध्यान केंद्रित कर उन्हें शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना।

PMOST कार्यक्रम –

इस योजना का पूरा नाम Programme of Mass Orientation For School Teachers हैं । और इसकी शुरुआत सन् 1986 में हुआ था । इस योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा की मूल नीति 1986 की मूल स्तुति के बारे में जानकारी देना है ।  

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