लोकतंत्र क्या है – 

लोकतंत्र एक ऐसी जीवन पद्धति है , जिसमें स्वतंत्रता , सहमति और बंधुता समाज के मूल सिद्धांत होते हैं । लोकतंत्र से आशय है प्रजा का तंत्र प्रजातंत्र जिसमे लोग द्वारा अपने नेता चुनते हैं। जो उनका प्रतिनिधित्व करता है। शब्द का सबसे ज्यादा राजनीतिक शब्दावली में ही इस्तेमाल किया जाता है । जो कि अपनी बहुआयामी शब्दों के कारण समाज और मनुष्य के जीवन को भी प्रभावित करता है । लोकतंत्र को अंग्रेजी में Democracy कहते हैं, जिसकी उत्पत्ति ग्रीक भाषा के Demos से हुई है । Demos का भाषा में अर्थ है जन‌ साधारण और Cracy का अर्थ है शासन । 

सरतोरी पुस्तक Democratic Theory में लिखा है कि राजनीतिक लोकतंत्र एक ऐसी प्रक्रिया या तरीका है जिसके जरिए प्रतियोगी संघर्ष से सत्ता को प्राप्त किया जा सकता है । सरतोरी के मुताबिक लोकतंत्र बहुत ही कठिन शासन‌होता है । हंटिंगटन के मुताबिक लोकतंत्र को‌‌ तीन‌ आधारों पर समझा जा सकता है – 1. शासकीय सत्ता के आधार पर , 2. सरकार के उद्देश्य के आधार पर , 3. सरकार को चुनने की प्रक्रिया के आधार पर । इसके अलावा लोकतंत्र की इस प्रक्रिया में स्वतंत्र , निष्पक्ष और आवधिक चुनाव के अनुसार भी सबसे शक्तिशाली सामुहिक निर्णय निर्माता को चुना जाता है । और इस प्रक्रिया को करने के लिए सभी नागरिकों को स्वतंत्रता और कुछ अधिकार भी दिए ‌जाते है ।

Loktantra kya hai

लोकतंत्र कितने प्रकार के होते हैं -‌ 

 लोकतंत्र दो प्रकार के होते हैं ‌ ।

1. विशुद्ध या प्रत्यक्ष लोकतंत्र  

2. प्रतिनिधि सत्तात्मक या अप्रत्यक्ष लोकतंत्र । 

 प्रत्यक्ष लोकतंत्र 

 यह वह शासन-व्यवस्था है जिसमें देश के समस्त नागरिक प्रत्यक्ष रूप से सभी राजकार्यों के संपादन में भाग लेते हैं । ऐसे लोकतंत्र में लोकहित के कार्यो में जनता के विचार विमर्श के बाद ही कोई फैसला किया जाता है । ऐसे लोकतंत्र प्राचीन यूनान के नगर राज्यों में ही पाया जाता था ‌ । 

अप्रत्यक्ष लोकतंत्र  

यह वह शासन-व्यवस्था है जिसमें जनभावना की अभिव्यक्ति जनता के द्वारा निर्वाचित प्रतिनिधियों के द्वारा ही जाती है । इसमें जनता की शासन व्यवस्था और कानून का निर्णय स्वयं जनता के द्वारा ना करके निर्वाचन पद्धति के द्वारा चयनित किए गए शासन प्रणाली के द्वारा किया जाता है । 

लोकतंत्र का इतिहास – 

विश्व के विभिन्न राज्यों, श्रेणी तंत्र, अधिनायक तंत्र और लोकतंत्र शासन प्रणालियों में हमेशा ही प्रचलित रही है । ऐतिहासिक दृष्टि से अगर अवलोकन किया जाए तो भारत में लोकतंत्रात्मक शासन प्रणाली का आरंभ पूर्व वैदिक काल में ही हो गया था । जैसे कि वर्तमान में संसद की ही तरह ही प्राचीन समय में भी परिषदों का निर्माण किया जाता था । जो कि वर्तमान संसदीय प्रणाली से ही मिलता जुलता है । गणराज्य या संघ की नीतियों कि संचालन भी इन्हीं परिषदों के द्वारा ही हुआ था । वर्तमान समय में इन सदस्यों की संख्या विशाल थी । तब सबसे प्रसिद्ध गणराज्य लिच्छवि की केन्द्रीय परिषद में 7,707 सदस्य हुआ करते थे वहीं यौधेय की केन्द्रीय परिषद में 5,000 सदस्य थे । वर्तमान संसदीय सत्र के जैसे ही परिषदों के अधिवेशन नियमित रूप से होते थे । प्राचीन गणतांत्रिक व्यवस्था में आज की ही तरह शासक और शासन के अन्य पदाधिकारियों के लिए भी एक निर्वाचन प्रणाली थी । 

लोकतंत्र के उद्देश्य – 

* राज्य की संस्थाएं और संरचनाएं, और राजनीतिक प्रतियोगिता को बढ़ावा देना । 

* व्यक्तियों और विविध समूहों की व्यवस्था में अर्थपूर्ण भागीदारी निभाना । 

* राजनीति के अंतर्गत कानून के शासन, नागरिकों की स्वतंत्रता , नागरिक के अधिकार की गारंटी कराई जाना चाहिए । 

* नीति निर्माण संस्थाओं में खुली भर्ती की प्रक्रिया को अपनाया जाना । 

* राजनीतिक सहभागिता के लिए सही नियमन किया जाना । 

* राजनीतिक सत्ता के लिए प्रतियोगिता को बढ़ावा दिया जाना । 

भारतीय लोकतंत्र के क्या उद्देश्य है – 

भारत का लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र माना जाता है । 26, जनवरी , 1950 में भारत लोकतंत्र लागू हुआ था । भारत का लोकतंत्र विश्व का सबसे बड़ा लिखिए संविधान हैं । लोकतंत्र की कुछ मौलिक अधिकार इस प्रकार है –

* जनता के अधिकारों और उनकी स्वतंत्रता की हिफाजत करना । 

* एक उत्तरदायी सरकार ।

* जनता की संपूर्ण और सर्वोच्च भागीदारी । 

* सीमित और एक संविधानिक सरकार ।

* भारत को एक लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने और सभी नागरिकों को समानता तथा स्वतंत्रता और न्याय देने का वादा । 

* निष्पक्ष और आवधिक चुनाव । 

* वयस्कों को मत देने का अधिकार । 

* सरकार के सभी निर्णयों में सलाह, दबाव और जनमत के द्वारा जनता का हिस्सा । 

* जनता के द्वारा चुनी गई प्रतिनिधि सरकार । 

* निष्पक्ष तरीके से न्याय हो । 

* कानून शासन । 

* विभिन्न राजनीतिक दलों और दबाव डालने वाले समूहों की उपस्थिति । 

* सरकार के हाथों में राजनीतिक शक्ति जनता की अमानत होती है । 

भारतीय लोकतंत्र को क्या उपलब्धियां हासिल हुई है – 

* भारत विश्व की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है जिसमें बहुरंगी विविधता तथा समृद्ध साए विरासत का समावेश है । 

* आजादी के बाद पिछले 69 सालों में भारत ने बहुआयामी सामाजिक और आर्थिक प्रगति भी की है । 

* भारत कृषि में आत्मनिर्भरता आ चुकी है, और अब भारत भी दुनिया के सबसे औद्योगीकृत देशों में गिना जाने लगा है । 

* भारत इन 69 में विश्व समुदाय के बीच एक आत्मनिर्भर, सक्षम, और स्वाभिमानी देश के रूप में अपनी एक अलग जगह बनाई है । 

* बहुत सी समस्याओं के होने के बावजूद भी भारत अपने लोकतंत्र के कारण वह तीसरी दुनिया के अन्य देशों की लिए एक मिसाल बन गया है । 

* भारत की आर्थिक प्रगति और विकास दर अन्य विकासशील देशों के लिए एक प्रेरक तत्व माना जाता है । 

* भारत दुनिया का एक मात्र ऐसा राष्ट्र है जहां वयस्कों को आजादी से पहले दिन से ही मतदान का अधिकार दिया गया था । और अमेरिका जो कि दुनिया का दूसरे सबसे बड़े लोकतंत्र माना जाता है , उन्होंने स्वतंत्रता के 150 से अधिक वर्षों के बाद ही इस अधिकार को सभी नागरिकों को दिया था । 

* भारत में 560 छोटे रियासतों का विलय हुआ था । भारत में लगभग 29 भाषाएं पूरे भारत में बोली जाती है । और लगभग 1,650 बोलियां हमारे भारत में बोली जाती है 

* भारत में दुनिया के सबसे ज्यादा निर्वाचित व्यक्तियों की संख्या 1 लाख है । जिसमें निर्वाचित महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है । 

* सबसे कम लागत के साथ परमाणु ऊर्जा को उत्पन्न करने वाला देश भारत ही है । और थोरियम आधारित एक परमाणु ऊर्जा को विकसित करने वाला एकमात्र देश भारत ही है । 

* अंतरिक्ष में वाणिज्यिक उपग्रह को सबसे कम लागत में लांच करने वाला देश भारत है । परमाणु पनडुब्बी को launch करने वाले 5 देशों में से एक भारत भी है । चांद और मंगल पर मानवरहित विमान भेजने वाले 5 देशों में से एक भारत भी है । 

* एल्यूमिनियम, सीमेंट, उर्वरक और इस्पात का सबसे कम लागत के साथ निर्माण करने वाला देश भारत है । वायरलेस Telephony का वितरण कम लागत में करने वाला देश भारत ही है । 

* भारत में सबसे तेजी से बढ़ते दूरसंचार है ‌ । और दुनिया का सबसे कम लागत वाला Super Computer भी भारत में ही हैं।

* भारत में कम लागत वै कार नैनो । दुनिया के सभी दो‌‌ पहिया वाहनों का सबसे बड़ा उत्पादक है । भारत में सबसे कम लागत और उच्च गुणवत्ता वाली नेत्र शल्य चिकित्सा है । भारत में सबसे बड़ी तेल refinary की क्षमता 70 m टन है । भारत सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है तथा मक्खन का सबसे बड़ा उत्पादक है । विश्व की सबसे बड़ी दूध की सहकारी संस्थाएं भारत में ही हैं । चीनी का भी उत्पादन भारत में ही होता है । सोने का सबसे बड़ा उत्पादन भी भारत में ही होता है । कपास का सबसे बड़ा उत्पादन भी भारत में ही होता है । दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार भी भारत में ही हैं । 

* भारत मे दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है जहां दैनिक रैलयात्रियों की संख्या सबसे ज्यादा है । भारत में दुनिया का सबसे बड़ा भोजन‌‌ कार्यक्रम Mid Day Meal चालाया जाता है । 

* आजादी के 70 साल‌ के बाद भारत की जनसंख्या 1 अरब से भी ज्यादा है । भारत ने हर क्षेत्र में की उपलब्धियां हासिल की हैं । 

लोकतंत्र की विशेषताएं  – 

* लोकतंत्र आम जनता की भलाई का मनोरथ रखता है । 

* यह लोकतंत्र समानता के सिद्धान्त पर आधारित होता है । 

* लोकतंत्र में स्वतंत्रता मानव विकास का होना आवश्यक होता है । 

* लोगों को राजनीतिक शिक्षा मिलती है । 

* लोकतंत्र में विद्रोह या क्रांति की कोई संभावना नहीं होता है । 

* मजबूत और कुशल शासन । 

* उदारवादी सरकार । 

* देशभक्ति की भावना का विकास । 

* नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता की सुरक्षा । 

* यह राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करता है । 

* कानून का अधिक पालन होता है । 

लोकतंत्र के गुण – 

राजनीतिक प्रशिक्षण , नैतिकता का विकास , लोकतंत्र में क्रांति , लोकतंत्र एक राष्ट्रवाद ।