लियोनेल मेस्सी का जीवन परिचय

लियोनेल मेस्सी का पूरा नाम लियोनेल एंड्रेस मेस्सी  है| लियोनेल मेस्सी अर्जेंटीना के पेशेवर फुटबॉलर हैं जो फारवर्ड के रूप में खेलते हैं और स्पेनिश क्लब बार्सिलोना और अर्जेंटीना राष्ट्रीय टीम दोनों के कप्तान हैं। लियोनेल मेस्सी को दुनिया में सबसे अच्छे और महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है| लिओनेल मेसी की जर्सी का नंबर दस है| लिओनेल मेस्सी को न सिर्फ मेस्सी के नाम से जाना जाता है, उनके अन्य नाम लियो, एटॉमिक फ़्ली, ला पुल्गा, ला पुल्गा एटोमिका, मेस्सिडोना भी है|

फ्रांस फुटबॉल के मुताबिक, लियोनेल मेस्सी 2009 और 2014 के बीच छह में से पांच वर्षों के लिए दुनिया के सबसे अधिक भुगतान करने वाले फुटबॉलर थे और 2019 में फोर्ब्स द्वारा दुनिया के सबसे अधिक भुगतान करने वाले एथलीट का स्थान प्राप्त किया गया था।    साल 2011 और 2012 मेस्सी टाइम पत्रिका में दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक थे| 

कहा जाता है कि मेस्सी की लोकप्रियता को देखते हुए अर्जेंटीना में एक कानून बनाना पड़ा था कि कोई भी माँ बाप अपने बच्चे का नाम मेस्सी नहीं रख सकते हैं क्योंकि अगर मेस्सी नाम रखा जाने लगा तो देश में आधे लोगो का नाम मेस्सी ही होगा|

लियोनेल मेस्सी का जन्म, शिक्षा और प्रारंभिक जीवन

लिओनेल मेस्सी का जन्म 24 जून 1987, रोसारियो, अर्जेंटीना में हुआ था| मेस्सी के पिता का नाम जोर्गे मेस्सी था जो की एक फ़ैक्टरी में मजदूर का काम करते थे और मेस्सी का माता का नाम सिलिया मारिया था| मेस्सी के दो बड़े भाई रोड्रिगो और मटीएस और एक बहन मारिया सोल हैं| मेस्सी का फुटबॉल को लेकर प्यार कोई नया नहीं है|मेस्सी ने अपनी पांच साल की आयु से अपने पिता के द्वारा ट्रेनिंग और सिखाये जाने के साथ उनके घर के पास स्थित ग्रैंडोली एफ.सी नाम के क्लब में खेलना शुरू कर दिया था और अपनी नौ साल की आयु में साल 1995 में मेस्सी अपने ही शहर रोसारियो में नेवेल्स ओल्ड बॉयज की तरफ से खेलने लगे थे| लिओनेल मेस्सी ने अपनी स्कूली पढ़ाई लास हेरास नाम के स्कूल से की थी| मेस्सी कॉलेज नहीं गए थे क्योंकि उन्होंने कम उम्र में ही फुटबॉल को अपना प्रोफेशन बना लिया था| कहते हैं कि बचपन में लिओनेल मेसी फुटबॉल इतना अच्छा खेलते थे की अगर उनके पास बॉल आ जाती थी तो पंद्रह मिनट तक उनके पास ही रहती थी और दर्शक मेस्सी का ये अद्भुत खेल देख कर सिक्के उछालने लगते थे| बचपन से ही मेस्सी उनका परिवार और बाकि लोग ये मान चुके थे कि कि मेस्सी का करियर फुटबॉल में बहुत अच्छा होने वाला है और वो एक बहुत अच्छे खिलाड़ी होंगे| सब अच्छा ही था लेकिन ग्यारह साल की उम्र में मेस्सी को हार्मोन डेफिशियेंसी नाम की बिमारी हो गई थी जिसके कारण उनके शरीर में हार्मोन्स की बहुत कमी हो गई थी जिसकी वजह से उनका शारीरिक विकास रुक सकता था| इस बीमारी का इलाज बहुत महँगा था और मेस्सी का परिवार आर्थिक रूप से भी बहुत मजबूत नहीं था| मेस्सी को अपने इलाज के दौरान अपने पैरों में इंजेक्शंस लगाने पड़ते थे जिसके कारण मेस्सी को बहुत दर्द होता था| आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद भी मेस्सी के पिता ने अपना सब पैसा सब कुछ मेस्सी के इलाज में लगा दिया था लेकिन मेस्सी का इलाज हर महीने पंद्रह सौ डॉलर का पड़ता था| कुछ दिनों के इलाज के बाद मेस्सी के परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा कमज़ोर हो गई थी| लेकिन मेस्सी ने अपने इस मुश्किल वक़्त में भी फुटबॉल को नहीं छोड़ा और अपनी प्रैक्टिस करते रहे थे और उसका फल उनको मिला भी था| मेस्सी के खेल से प्रभावित होकर उनके किसी प्रसंशक ने बार्सिलोना युथ अकेडेमी के खेल निर्देशक कॉश डेक्सक को मेस्सी के खेल के बारे में बताया जिसके बाद उन्होंने मेस्सी का खेल देखा और उस छोटे बच्चे के फुटबॉल के दीवाने हो गए थे| कॉश डेक्सक ने मेसी और उनके परिवार को एक एग्रीमेंट(Agreement)  का प्रस्ताव दिया की मेस्सी का पूरा इलाज का खर्चा उनकी टीम उठायेगी लेकिन उनको स्पेन आकर उनके लिए खेलना होगा| मेस्सी और उनके परिवार ने इस प्रस्ताव को ख़ुशी-ख़ुशी स्वीकार कर लिया जिसके बाद अपनी पंद्रह साल की उम्र में मेस्सी और उनका परिवार स्पेन चला गया था| यहाँ से मेस्सी और उनके फुटबॉल का सफर शुरू हो गया था|

मेस्सी और फुटबॉल

मेस्सी ने अपनी छोटी उम्र में ही फुटबॉल से एक गहरा नाता जोड़ लिया था| मेस्सी ने इस सफ़र की शुरुवात बार्सिलोना युथ एकेडमी के ला मसीए के युवा टीमों में खेलना शुरू किया और वहां भी मेस्सी ने अपने खेल से सब का दिल जीत लिया था| 16 नवम्बर 2003 में मेस्सी ने अपने खेल की शुरुआत परतो के खिलाफ एक फ्रेंडली मैच से करी थी जिस वक़्त मेस्सी की उम्र महज़ सोलह साल की थी| दो साल बाद अपनी अठारह साल की उम्र में 17 अगस्त 2005 में हंगरी के खिलाफ अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था और इसके बाद मेस्सी ने फुटबॉल को एक नया और अलग ही रूप दे दिया था| 

मेस्सी ने अब तक फॉवर्ड प्लेयर बन कुल 761 मैच खेले जिसमें मेस्सी ने 638 गोल्स करे हैं| मेस्सी ने अब तक बार्सिलोना के सत्रह सीजन खेले हैं| मेस्सी ने न सिर्फ फुटबॉल खेला उन्होंने कई रिकार्ड और उपलब्धियाँ भी हासिल की है|

लिओनेल मेस्सी का वैवाहिक जीवन

लिओनेल मेस्सी ने 30 जून 2017 में अपनी बचपन की दोस्त एंटोनेला रॉकजजो से शादी कर लिया था| मेस्सी नौ साल के थे जब उनकी मुलाकात अर्जेंटीना में एंटोनेला रॉकजजो से हुई थी| लिओनेल मेस्सी और एंटोनेला रॉकजजो के तीन बेटे हैं जिनके नाम थिएगो मेस्सी रॉकजजो, कीरो मेस्सी रॉकजजो और मातेओ मेस्सी रॉकजजो है| 

लिओनेल मेस्सी की उपलब्धियां और उनके पुरस्कार

मेस्सी ने अपने फुटबॉल से न सिर्फ नाम और पैसा कमाया उन्होंने अपने खेल से बहुत से पुरस्कार, सम्मान और अपने फैंस के दिलों में एक अलग जगह भी बनाई है| मेस्सी ने अब तक अपने खेली करियर में कुल चौंतीस (34)ट्रॉफी जीती है जिनमें से कुछ प्रमुख हैं- 

  • साल 2017 में मेस्सी ने 91 गोल्स कर मुल्लेर्स मार्क का रिकॉर्ड तोड़ दिया था और अपना नाम गिनेस वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज़ करा लिया था|
  • स्पेनिश ला लीगा में मेस्सी एक मात्र खिलाड़ी है जिन्होंने तीन सौ गोल्स करे हैं|
  • 2009 में मेसी फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ़ द इयर भी बने|
  • 2013,2017 और 2018 में मेस्सी को यूरोपियन गोल्डन शू से भी नवाजा गया था|
  • मेस्सी अब तक के एक लौटे ऐसे खिलाड़ी है जिनको दो गोल्डन बॉल्स मिली है|
  • 2014 में मेस्सी को फीफा वर्ल्ड कप गोल्डन बॉल से भी नवाजा गया था|
  • 2018,2019 और 2020 में मेस्सी ने पिचिचि ट्रॉफी भी अपने नाम करा था|
  • 2013,2015 और 2016 में मेस्सी को ला लिगा अवार्ड फॉर बेस्ट फारवर्ड प्लेयर का भी सम्मान मिला, इत्यादि|

2016 में हुए कोपा अमेरिका मैच में अर्जेंटीना की हार से मेस्सी इतना निराश और दुखी हो गए थे की उन्होंने सन्यास लेने का मन बना लिया था लेकिन उनके फैंस के प्यार और मेस्सी का फुटबॉल के प्रति जो प्यार है उसके कारण मेस्सी ने अपना मन बदल दिया और अपने खेल को जारी रखा| मेस्सी ने न सिर्फ अपने खेल से सबका दिल जीता है बल्कि बहुत से युवाओं को फुटबॉल खेलने और अपनी मुश्किलों से लड़ने और उन पर जीत हासिल करने की प्रेरणा भी दिया है|