by admin | Mar 12, 2021 | व्याकरण
मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समाज व सामाजिक जीवन मनुष्य का स्वभाव है। समाज मनुष्य के साथ-साथ चलता है, मनुष्य से ही समाज है। समाज मनुष्य में ही निहित है उसने समाज को कहीं बाहर से नहीं बुलाया वो उसमें खुद ही समाहित है। वर्तमान संस्कृति में मानव का समाज के साथ वही...
by admin | Mar 12, 2021 | व्याकरण
शिक्षा (Shiksha) : शिक्षा एक ऐसा धन है जिसे कोई भी आपसे नहीं छीन सकता। मनुष्य के विकास में शिक्षा का बड़ा योगदान है। जन्म से लेकर मृत्यु तक हमें कई प्रकार की शिक्षा मिलती है, जिनके माध्यम से हमारा जीवन चक्र पूरा होता है। अगर सटीक शब्दों में कहें तो स्कूल या...
by admin | Mar 10, 2021 | व्याकरण
मुहावरा क्या है ? मुहावरा की परिभाषा और प्रकार हिंदी या अन्य किसी भी भाषा में मुहावरों का प्रचलन खूब होता है। ये सीधे अर्थ में स्पष्ट नहीं होते इनके अर्थ को समझना होता है। जैसे आँख के अंधे नाम नैन सुख- जिसका अर्थ हुआ नाम के विपरीत काम होना या करना। मुहावरा (Idioms)...
by admin | Mar 10, 2021 | व्याकरण
धर्म की परिभाषा सामाजिक विज्ञान में धर्म वो है जिसके माध्यम से मनुष्य के विचार और उसकी संस्कृति तय होती है। धर्म एक ऐसा विषय है जिसके परिप्रेक्ष्य में ही मनुष्य सारा जीवन व्यतीत करता है। जन्म से लेकर मृत्यु तक धर्म का ही असर दिखता है। दुनिया भर में अलग-अलग संस्कृति...
by admin | Mar 10, 2021 | व्याकरण
क्रिया की परिभाषा (Verb in Hindi) इस लेख में हम आपको हिंदी व्याकरण में क्रिया (verb) के बारे में विस्तार से बताएँगे। क्रिया की परिभाषा, उसका प्रयोग, और यह कितने प्रकार की होती है। साथ ही इसके उदाहरण से आप क्रिया को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे। क्रिया: वाक्यों में...
by admin | Mar 10, 2021 | व्याकरण
संधि की परिभाषा हिंदी व्याकरण में आज हम आपको संधि के बारे में बताने जा रहे हैं। जिसमें इसकी परिभाषा, प्रकार, एवं प्रयोग शामिल रहेंगे, और हम यह भी जानेंगे कि हिंदी व्याकरण में संधि का क्या महत्व है। संधि क्या है? दो वर्णों या फिर ध्वनियों के मिलन से होने वाले विकार को...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
भाषा के नियम को व्याकरण कहते हैं! हिंदी व्याकरण सही प्रकार से हिंदी सीखने के लिए आवश्यक है! व्याकरण को इंग्लिश में ग्रामर (Grammar) कहते हैं! आप हमारी हिंदी व्याकरण पाठ्यक्रम से आसानी से व्याकरण सीख सकते हैं! इस हिंदी व्याकरण पाठ्यक्रम में भाषा, लिपि, बोली,...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
भाषा – भाषा वह माध्यम है, जिसके द्वारा मनुष्य बोलकर या लिखकर अपने भावों तथा विचारों का आदान-प्रदान कर सकता है। भाषा के भेद – भाषा के दो रूप होते हैं- 1) मौखिक भाषा – बोल-चाल की भाषा को मौखिक भाषा कहते हैं। 2) लिखित...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
सामान्यतः किसी भाषा की नियमावली को उसका व्याकरण कहते हैं। व्याकरण भाषा का एक नियमबद्ध समूह है, जिनके द्वारा हम भाषा को व्यवहारिक रूप में बोल पाते हैं। व्याकरण के ज्ञान से ही भाषा का सही उच्चारण संभव हो सकता है। भाषा को शुद्ध बोलना एवं लिखना भी व्याकरण के द्वारा संभव...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
वर्ण-विचार – वर्ण भाषा की वह छोटी सी इकाई है, जिसके और टुकड़े नहीं हो सकते। वर्णो के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहा जाता है। वर्ण भाषा के मौखिक और लिखित दोनों रूपों के प्रतीक हैं। वर्ण को अक्षर भी कहा जाता है। वर्ण के भेद हिन्दी वर्ण मुख्यतः दो भागों में बँटे...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
शब्द – अक्षरों के मेल से बने सार्थक समूह को शब्द कहते हैं। जैसे – आदमी, घर, दुकान, मकान, पुस्तक, कपड़े आदि। शब्दों के प्रकार – शब्दों को कई दृष्टिकोण से विभाजित किया गया है। 1) उत्पत्ति के आधार पर – ये चार प्रकार के होते हैं।...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
संधि – निकटवर्ती दो वर्णो के पारस्परिक मेल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे ‘संधि’ कहते हैं संधि-विच्छेद – संधि युक्त वर्णो को अलग करके, संधि से पूर्व की अवस्था में लाना ‘संधि-विच्छेद’ कहलाता है। संधि के प्रकार –...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
उपसर्ग – वे शब्दांश, जो किसी शब्द के प्रारंभ में जुड़कर शब्द के अर्थ में विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, उन्हें उपसर्ग कहते हैं। जैसे – अन् + आदर = अनादर दुर + दिन = दुर्दिन अभि + मान = अभिमान अव + गुण = अवगुण उपसर्ग के प्रकार – उपसर्ग तीन प्रकार...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
वे शब्दांश जो किसी शब्द के अंत में जुड़कर शब्द के अर्थ में विशेषता या परिवर्तन लाते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं। जैसे – कवि + त्व = कवित्व गरीब + ई = गरीबी हर्ष + इत = हर्षित श्री + मान = श्रीमान् प्रत्यय के प्रकार प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं| 1) कृदन्त...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
दो या दो से अधिक शब्दों के मेल से नए शब्द बनाने की क्रिया को ‘समास’ कहते हैं। समास के प्रकार – समास छः प्रकार के होते हैं- 1) तत्पुरूष समास – तत्पुरूष समास में अंतिम पद प्रधान होता है और समस्त पद में कर्ता को छोड़कर अन्य कारकों में से...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
एकार्थी शब्द उन्हें कहते हैं, जिनका वाच्यार्थ एक ही होता है। शब्दएकार्थीअभिनेताकलाकारअपराधजुर्मआराधनातपस्याअनुरागप्रेमअर्चनापूजाअपयशबदनामीअहंकारघमंडआसक्तिगहरी चाहउत्तमश्रेष्ठ, अच्छाइष्टइच्छितछात्रविद्यार्थीकलंकघब्बा...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
जिन शब्दों के अनेक अर्थ होते हैं, उन्हें अनेकार्थी शब्द कहते हैं। शब्दअनेकार्थीकक्षापरिधि, समूह, छात्रों का समूहकामइच्छा, कामदेव, कार्य, वासनाअरूणलाल, सूर्य, सिंदूरकालसमय, मृत्यूअंकगिनती के अंक, चिन्ह्, नाटक के अध्यायअंगशरीर, टुकड़ा, भेद, पक्ष, सहायक, भाग,...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
प्रत्येक भाषा में ऐसे अनेक शब्द होते हैं जिनके लिए एकाधिक शब्दों का प्रयोग किया जाता है। जैसे- अनेक शब्दएक शब्दजिसे जीता न जा सकेअजेयजिसका कोई शत्रु न होअजातशत्रुजिसके आने की तिथि निश्चित न होअतिथिजिसकी तुलना न की जा सकेअतुलनीयबड़ा भाईअग्रजअवसर के अनुसार बदल जाने...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
जो शब्द एक दूसरे के विपरित अर्थ प्रकट करते हैं, उन्हें विलोम या विपरीतार्थक शब्द कहते हैं। जैसे-...
by ram sharma | Jun 4, 2018 | व्याकरण
एक अर्थ को प्रकट करने वाले अनेक शब्दों को पर्यायवाची या समानार्थी शब्द कहते हैं। शब्दपर्यायवाचीइच्छाआकांक्षा, मनोरथ, कामना, चाह, लालसा, अभिलाषापक्षीखग, विहग, नभचर, पखेरूअसुरदैत्य, दानव, राक्षस, निशाचर, तमीचर, दनुजवायुसमीर, अनिल, पवन, हवाअमृतपीयूष, सुधा, अमिय, अमी,...