यूपी के ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र के शाहबेरी में एक 6 मंजिला निर्माणाधीन इमारत, दूसरी 4 मंजिला इमारत पर गिर गई। मिडिया के अनुसार इस घटना में अभी तक 9 लोगों की मौत की खबरें मिली हैं। बताया जा रहा है, कि अभी तक इस मलबे में कई लोगों के और दबे होने की आशंका है। NDRF की टीम मौके पर पहुंच चुकी है और बचाव कार्य काफी तेजी से हो रहा है। बचाव कार्य में जेसीबी मिशीनों की भी मदद ली जा रही है। बताया जा रहा है, कि यह घटना रात साढ़े आठ बजे हुई है। इन इमारत में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है, जिन्हें निकालने का काम प्रशासन कर रहा है। बताया जा रहा है 4 मंजिला इमारत में कुल 18 परिवार रह रहे थे, जिनमें 30 से 32 लोगों के होने की आशंका जताई जा रही है। NDRF की दो टीम मौके पर पहुंच गई है। मौके पर सैकड़ों की भीड़ जमा है।

मौके पर भीड़ को नियंत्रित करने और बचाव कार्य के लिए कई थानों की फोर्स की तैनाती की गई है। जिले के आला अफसर भी मौके पर मौजूद हैं। बिल्डर के ख़िलाफ़ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया गया है। ADM विनीत कुमार ने कहा कि बिल्डर ने सारी अनुमतियां पूरी की थी या नहीं, ये पता करने के लिए रेवेन्यू टीम को लगा दिया गया है। यह कहना मुश्किल है कि ढही इमारत में कितने लोग थे। बचाव कार्य खत्म होने में 24 घंटे से ज़्यादा का वक़्त लग सकता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ग्रेटर नोएडा में इमारत गिरने की घटना का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को तत्काल एनडीआरएफ की सहायता से हर संभव मदद मुहैया कराने व घायलों को इलाज की जिला अस्पताल में समुचित व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं। गौतमबुद्ध नगर के सांसद और केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य को देख-रेख की। केंद्रीय मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि 12 एंम्बुलेंस यहां पहुंच गए हैं। आस-पास के सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई है। इसके अलावा डॉग स्कवॉयड को भी बुलाया गया है।

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी ट्वीट कर कहा कि इस घटना के लिए जो भी दोषी होगा, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य ने ट्वीट किया- “हादसे के बाद मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों की टीम राहत एवं बचाव कार्य हेतु पूरे संसाधन के साथ जारी है। चिकित्सा विभाग के अनुसार अलर्ट जारी किया गया है। इस घटना के लिए जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।“ गौतम बुद्ध नगर के जिला मजिस्ट्रेट बीएन सिंह ने कहा कि ‘स्थानीय लोगों ने हमें बताया है कि ढही इमारत दो साल पहले बनाई गई थी और इसमें कई फ्लैट खाली थे। इस मामले में जांच की जाएगी। गौतम बुद्ध नगर के एडीएम कुमार विनीत ने बताया कि अभी तक हमें नहीं पता कि आखिर क्या हुआ। इस मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। अभी हमारा लक्ष्य मलबे में दबे लोगों को बचाना है। NDRF टीम की ओर से बचाव कार्य जारी है।