by dushyant singh | Jun 1, 2018 | चालीसा
माता संतोषी की पूजा के लिए शुक्रवार का व्रत करने का विधान है। शुक्रवार के दिन माता संतोषी की पूजा में निम्न चालीसा का भी पाठ किया जाता है। ।।दोहा।। श्री गणपति पद नाय सिर, धरि हिय शारदा ध्यान।सन्तोषी माँ की करूँ, कीरति सकल बखान।। ।।चैपाई।। जय संतोषी माँ जग जननी, खल मति...
by dushyant singh | Jun 1, 2018 | चालीसा
हिन्दू धर्म में पार्वती जी को आदिशक्ति कहा गया है। काली, दुर्गा, अन्नपूर्णा, गौरा सब देवी पार्वती का ही रूप है। पार्वती जी की उपासना करने से मनुष्य के दुःखों का अंत हो जाता है। ॥दोहा॥ जय गिरी तनये डग्यगे शम्भू प्रिये गुणखानीगणपति जननी पार्वती अम्बे ! शक्ति ! भवामिनी...
by dushyant singh | Jun 1, 2018 | चालीसा
श्री राधा जी को चतुर्भुज विष्णु की अर्धांगिनी श्री लक्ष्मी का अवतार माना गया है। श्री राधा जी की आराधना से सुख-शांति और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ॥दोहा॥ श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार।वृन्दाविपिन विहारिणी, प्रानावौ बारम्बार।। जैसो तैसो रावरौ, कृष्ण प्रिय...
by dushyant singh | Jun 1, 2018 | चालीसा
भगवान विष्णु को दया-प्रेम का सागर माना जाता है। जगत का पालन श्री हरि विष्णु जी करते हैं। विष्णु जी त्रिदेवों में से एक बताए गए हैं। सच्चे मन से आराधना करने पर व्यक्ति की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। ॥दोहा॥ विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय।कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
माता काली को देवी दुर्गा का अवतार माना गया है। इनका रंग काला होने के कारण ही इन्हें कालरात्रि या मां काली कहा जाता है। इनकी उत्पत्ति राक्षसों के संहार हेतु की गयी थी। ।।दोहा।। जय जय सीताराम के मध्यवासिनी अम्ब।देहु दर्श जगदम्बा अब, करो न मातु विलम्ब।।जय तारा जय कालिका...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
सूर्य देव की आराधना पुत्र की प्राप्ति के लिए शुभ फलदायी होती है। सूर्य देव इस जगत की आत्मा हैं। सूर्य देव की पूजा में गायत्री मंत्र के साथ उनकी चालीसा का भी विशेष महत्तव है। ॥दोहा॥ कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग।पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥ ॥चौपाई॥ जय...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार गंगा सबसे पवित्रतम नदी है। शास्त्रों में इसे पतित पावनी अर्थात मनुष्य के पापों को धोने वाली नदी कहकर प्रशंसा की गई है। ॥दोहा॥ जय जय जय जग पावनीए जयति देवसरि गंग।जय शिव जटा निवासिनीए अनुपम तुंग तरंग॥ ॥चौपाई॥ जय जग जननी हरण अघखानी।आनंद करनी...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
हिन्दू धर्म में तुलसी को देवी के रूप में सम्मानित किया गया है। तुलसी को भगवान विष्णु की पत्नी माना गया है। तुलसी को अक्सर भगवान विष्णु की प्रिय या विष्णुप्रिया के रूप में बुलाया जाता है। ।।दोहा।। श्री तुलसी महारानी, करूँ विनय सिरनाय।जो मम हो संकट विकट, दीजै मात नशाय।।...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
माता गायत्री भगवान शिव की तरह कल्याणकारी हैं। माता गायत्री की अनंत कृपा से पतितों को उच्चता मिलती है और पापियों के नाश होते हैं। पूरी भक्ति के साथ जो इस चालीसा का पाठ करता है, उस पर माँ गायत्री प्रसन्न होकर कृपा करती हैं। ॥दोहा॥ ह्रीं श्रीं क्लीं मेधा प्रभा जीवन...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
हिन्दू धर्म के अनुसार श्री कृष्ण जी को भगवान विष्णु का अवतार माना गया है। श्री कृष्ण वंदना के लिए लोग “हरे कृष्णा हरे कृष्णा, कृष्णा-कृष्णा हरे हरे” का जाप करते हैं। कृष्ण जी की पूजा में उनकी चालीसा का भी महत्तवपूर्ण स्थान है। ॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर,...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
भगवान श्री राम को विष्णु जी का सातवाँ अवतार माना गया है। विष्णु जी का अवतार होने को कारण भगवान श्री राम को बहुत पूजनीय माना गया है। ॥चौपाई॥ श्री रघुवीर भक्त हितकारी।सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशिदिन ध्यान धरै जो कोई।ता सम भक्त और नहिं होई॥ ध्यान धरे शिवजी मन...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
शिरडी वाले साँई बाबा को हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग पूजते हैं। भारत के बेहद पूजनीय और प्रसिद्ध संत और फकीरों में साँई बाबा का विशेष स्थान है। पहले साई के चरणों में, अपना शीश नवाऊं मैं।कैसे शिरडी साँई आए, सारा हाल सुनाऊं मैं॥ कौन है माता, पिता कौन है, ये न...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
हिन्दू धर्म में माता सरस्वती को ज्ञान की देवी माना गया है। सरस्वती जी को श्वेत वर्ण अत्यधिक प्रिय होता है, जो सादगी को दर्शाता है। सरस्वती जी की पूजा अर्चना में निम्न चालीसा का विशेष महत्तव है। ॥दोहा॥ जनक जननि पद कमल रज, निज मस्तक पर धारि।बन्दौं मातु सरस्वती, बुद्धि...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
हिन्दू धर्म में शनि देव को दंडाधिकारी एवं कर्मफल दाता माना गया है। भगवान शनि देव मनुष्य को उसके अच्छे और बुरे कर्मो का फल देते हैं। शनि साढ़ेसाती और शनि महादशा के दौरान ज्योतिषी शनि चालीसा का पाठ करने की सलाह देते हैं। ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल।दीनन के...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
देवी लक्ष्मी जी को धन, समृद्धि और वैभव की देवी माना गया है। लक्ष्मी जी की नित्य पूजा करने से मनुष्य के जीवन में कभी दरिद्रता नही आती है। ॥दोहा॥ मातु लक्ष्मी करि कृपा, करो हृदय में वास।मनोकामना सिद्ध करि, परुवहु मेरी आस॥ ॥सोरठा॥ यही मोर अरदास, हाथ जोड़ विनती करुं।सब...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
श्री गणेश की पूजा हर शुभ कार्य को शुरू करने से पहले की जाती है, जिससे सारे कार्य सुख पूर्वक संपन्न हो जाते हैं। श्री गणेश की आराधना करने से घर में खुशहाली, व्यापार में वृद्धि और हर कार्य में सफलता मिलती है। ॥दोहा॥ जय गणपति सदगुणसदन | करिवर बदन कृपाल |विघ्न हरण मंगल...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
श्री शिव चालीसा में शिव जी के कार्यों का वर्णन किया गया है| श्री शिव चालीसा में ४२ चौपाई और ३ दोहे दिए गए हैं, जिनमे १ दोहा शुरुआत में और २ दोहे अंत में दिए गए हैं| ॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजासुवन मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम देउ अभय वरदान॥ ॥चौपाई॥ जय गिरिजापति...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
श्री दुर्गा चालीसा में दुर्गा माता के बारे में बताया गया है| इसमें दुर्गा माँ के अनेक कार्यो का वर्णन किया गया है और साथ ही ये भी बताया गया है कि कैसे वह सारे देवों की प्रिय हैं| श्री दुर्गा चालीसा में 41 चौपाई हैं| ॥चौपाई॥ नमो नमो दुर्गे सुख करनी।नमो नमो अंबे दुःख...
by dushyant singh | May 31, 2018 | चालीसा
श्री हनुमान चालीसा सर्वाधिक पढ़ा जाने वाला चालीसा है| श्री हनुमान चालीसा में ४० चौपाई हैं, इसके अतिरिक्त इसमें ३ दोहे भी दिए गए हैं| इनमे २ दोहे शुरुआत में और १ दोहा अंत में दिया गया है| ॥दोहा॥ श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मनु मुकुर सुधारि।बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु...