गायत्री माता की आरती | Gaytri Mata ki Aarti

जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता। सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता॥ जयति जय गायत्री माता… आदि शक्ति तुम अलख निरञ्जन जग पालन कर्त्री। दुःख, शोक, भय, क्लेश, कलह दारिद्रय दैन्य हर्त्री॥ जयति जय गायत्री माता… ब्रहृ रुपिणी, प्रणत पालिनी, जगतधातृ...

गौरीनंदन आरती | GauriNandan Aarti

ॐ जय गौरी नंदा, प्रभु जय गौरी नंदा, गणपति आनंद कंदा, गणपति आनंद कंदा, मैं चरणन वंदा, ॐ जय गौरी नंदा ।। (x2) सूंड सूंडालों नयन विशालो, कुण्डल झलकंता, कुमकुम केसर चन्दन, सिंदूर बदन वंदा, ॐ जय गौरी नंदा ।। ॐ जय गौरी नंदा, प्रभु जय गौरी नंदा, गणपति आनंद कंदा, गणपति आनंद...

गौमाता आरती | Gaumata Aarti

ऊँ जय जय गौमाता, देवी जय जय गौमाता । मंगल मुक्ति प्रदायिनी, जन्म मरण त्राता ।। ऊँ जय जय गौमाता… (x2) गुरू वशिष्ट की सेवा, नंदनी चित लायी । कामधेनु से हारे, सैनिक समुदायी ।। ऊँ जय जय गौमाता… ब्रहमा विष्णू विराजे, शिव तन पर धारे । गौमुख निकसी गंगा, काज सकल सारे ।। ऊँ जय...

गंगा माता की आरती | Ganga Mata ki Aarti

जय गंगे माता, मैया जय गंगे माता । जो नर तुमको ध्याता, मन वांशित फल पाता ॥ ॐ जय गंगे माता… चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी, जल निर्मल आता । शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता ॥ ॐ जय गंगे माता… पुत्र सगर के तारे, सब जग को ज्ञाता । कृपा दृष्टि हो तुम्हारी, त्रिभुवन...

चिंतपूर्णी माता की आरती | Chintpurni Mata ki Aarti

चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जन को तारो भोली माँ जन को तारो भोली माँ, काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा सिंह पर भई असवार, भोली माँ चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जन को तारो भोली माँ एक हाथ खड़ग दूजे मे खाडा, तीजे त्रिशूल सम्भालो चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी, जन को तारो भोली माँ चोथे...

चिंतपूर्णी माता की आरती | Chinpurni Mata ki Aarti

जय चिंतपूर्णी माता, मैया जय चिंतपूर्णी माता । चिंता मेरी हर लो, सुख की वरदाता ।। मैया जय चिंतपूर्णी माता… (x2) सती के शुभ चरणों पर, मंदिर है भारी । छिन्न मस्तिका कहते, तुमको संसारी ।। मैया जय चिंतपूर्णी माता… ऊंचा भवन है न्यारा, झंडे झूल रहे । कोयल जय मां गाती, पक्षी...

ब्रहस्पतिवार आरती | Brahspativar Aarti

ऊँ जय बृहस्पति देवा, गुरू बृहस्पति देवा। छिन छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा॥ ऊँ जय बृहस्पति देवा॥ (x2) तुम पूर्ण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी। जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी॥ ऊँ जय बृहस्पति देवा॥ चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता। सकल मनोरथ दायक, कृपा करो भर्ता॥ ऊँ जय...

भैरव आरती | Bhairav Aarti

ऊँ जय भैरव देवा, प्रभु जय भैरव देवा | सुर नर मुनि सब करते, प्रभु तुम्हरी सेवा || ऊँ जय भैरव देवा… (x2) तुम ही पाप उद्धारक, दुख सिन्धु तारक | भक्तों से सुखकारक, भीषण वपु धारक || ऊँ जय भैरव देवा… वाहन श्वान विराजत, कर त्रिशूल धारी | महिमा अमित तुम्हारी, जय जय भयहारी ||...

भागवत भगवान की आरती | Bhagwat Aarti

श्री भागवत भगवान की है आरती पापियों को पाप से है तारती (x2) ये अमर ग्रन्थ ये मुक्ति पन्थ, ये पंचम वेद निराला, नव ज्योति जलाने वाला। (x2) हरी नाम यही, हरी धाम यही, यही जग मंगल की आरती पापियों को पाप से है तारती॥ श्री भागवत भगवान की है आरती पापियों को पाप से है तारती...

बद्रीनाथ आरती | Badrinath Aarti

पवन मंद सुगंध शीतल हेम मंदिर शोभितम्। निकट गंगा बहत निर्मल श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम्। (x2) शेष सुमिरन करत निशदिन धरत ध्यान महेश्वरम्। वेद ब्रहमा करत स्तुति श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम्। (x2) शक्ति गौरी गणेश शारद नारद मुनि उच्चारणम्। जोग ध्यान अपार लीला श्री बद्रीनाथ...

अन्नपूर्णा माता की आरती | Annapurna Mata ki Aarti

बारम्बार प्रणाम मैया, बारम्बार प्रणाम बारम्बार प्रणाम मैया, बारम्बार प्रणाम जो नहीं ध्यावे तुम्हें अम्बिके, कहाँ उसे विश्राम। अन्नपूर्णा देवी नाम तिहारो, लेत होत सब काम।। बारम्बार प्रणाम मैया, बारम्बार प्रणाम.. प्रलय युगांतर और जन्मान्तर , कालांतर तक नाम। सुर असुरों...

अहोई माता की आरती | Ahoi Mata ki Aarti

जय अहोई माता, मैया जय अहोई माता। तुमको निसदिन ध्यावत, तुमको निसदिन ध्यावत, हर विष्णु धाता॥ ऊँ जय अहोई माता.. ब्रह्माणी, रुद्राणी, कमला तू ही है जगता दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, जो कोई तुमको ध्यावत, नित मंगल पाता॥ ऊँ जय अहोई माता.. तू ही है पाताल बसंती, तू ही है...

श्री सत्यनारायणजी की आरती

जय लक्ष्मीरमणा श्री जय लक्ष्मीरमणा। सत्यनारायण स्वामी, सत्यनारायण स्वामी जनपातक हरणा॥ ॐ जय लक्ष्मीरमणा। (x2) रत्नजड़ित सिंहासन अद्भुत छवि राजे। नारद करत निराजन, नारद करत निराजन घंटा ध्वनि बाजे॥ ॐ जय लक्ष्मीरमणा। प्रगट भये कलि कारण द्विज को दर्श दियो। बूढ़ो ब्राह्मण...

ॐ जय जगदीश हरे आरती

ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे। भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥ ॐ जय जगदीश हरे। (x2) जो ध्यावे फल पावे, दुःख विनसे मन का। स्वामी दुःख विनसे मन का। सुख सम्पत्ति घर आवे, कष्ट मिटे तन का॥ ॐ जय जगदीश हरे। मात-पिता तुम मेरे, शरण गहूँ किसकी।...

आरती श्री रामचन्द्रजी की

श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन, हरण भवभय दारुणम्। श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन, हरण भवभय दारुणम्। नव कंज लोचन, कंज मुख कर कंज पद कंजारुणम्॥ श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन, हरण भवभय दारुणम्। श्री राम, श्री राम… कन्दर्प अगणित अमित छवि, नव नील नीरद सुन्दरम्। कन्दर्प अगणित...

आरती श्री कुंजबिहारी की

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥ (x2) गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला। श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला। गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली। लतन में ठाढ़े बनमाली भ्रमर सी...

आरती श्री दुर्गा माँ की

अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गावें भारती, ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती। (x2) तेरे भक्त जनो पर माता भीर पड़ी है भारी। दानव दल पर टूट पड़ो माँ करके सिंह सवारी॥ (x2) सौ-सौ सिहों से है बलशाली, अष्ट भुजाओं वाली दुष्टों को तू ही ललकारती। ओ मैया...

आरती श्री बालाजी की

ॐ जय हनुमत वीरा, स्वामी जय हनुमत वीरा । संकट मोचन स्वामी, संकट मोचन स्वामी, तुम हो रणधीरा ॥ ॐ जय हनुमत वीरा.. (x2) पवन-पुत्र अंजनी-सुत, महिमा अति भारी, स्वामी महिमा अति भारी । दुःख दारिद्र मिटाओ, दुःख दारिद्र मिटाओ, संकट सब हारी ॥ ॐ जय हनुमत वीरा.. बाल समय में तुमने,...

आरती श्री अम्बे माँ की

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निशिदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥ ॐ जय अम्बे गौरी (x2) माँग सिन्दूर विराजत, टीको मृगमद को। उज्जवल से दो‌उ नैना, चन्द्रवदन नीको॥ ॐ जय अम्बे गौरी कनक समान कलेवर, रक्ताम्बर राजै। रक्तपुष्प गल माला, कण्ठन पर साजै॥ ॐ जय अम्बे गौरी...

आरती श्री शिवजी की

ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी हर शिव ओंकारा | ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा || ॐ जय शिव ओंकारा || (x2) एकानन चतुरानन पंचानन राजे | हंसानन गरूड़ासन वृषवाहन साजे || ॐ जय शिव ओंकारा || दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे | तीनों रूप निरखता, त्रिभुवन जन मोहे || ॐ जय...