आरती युगलकिशोर की | Aarti Yugal Kishore Ki

आरती युगलकिशोर की कीजै |तन मन धन न्योछावर कीजै || (x2) गौरश्याम मुख निरखत रीजे |प्रेम स्वरुप नयन भरि पीजै || रवि शशि कोटि बदन की शोभा |ताहि निरखि मेरो मन लोभा || आरती युगलकिशोर की कीजै |तन मन धन न्योछावर कीजै || (x2) मोर मुकुट कर मुरली सोहे |नटवर वेश निरख मन मोहे ||...

विश्वकर्मा आरती | Vishwakarma Aarti

ॐ जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा। सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक श्रुति धर्मा ॥1॥ ॐ जय श्री विश्वकर्मा… आदि सृष्टि में विधि को, श्रुति उपदेश दिया। जीव मात्र का जग में, ज्ञान विकास किया ॥2॥ ॐ जय श्री विश्वकर्मा… ऋषि अंगिरा ने तप से, शांति नही पाई। ध्यान किया...

पर्वत वासिनी देवी की आरती | Parvat Vasini Devi Ki Aarti

सुन मेरी देवी पर्वत वासिनी |कोई तेरा पार ना पाया ||पान सुपारी ध्वजा नारियल |ले तेरी भेंट चढ़ाया || साड़ी-चोली तेरी अंग विराजे |केसर तिलक लगाया ||ब्रम्हा वेद पढ़ें तेरे द्वारे |शंकर ध्यान लगाया || नंगे- नंगे पग से तेरे|सम्मुख अकबर आया ||सोने का छत्र चढ़ाया |नीचे महल बनाया...

वैष्णवी माता की आरती | Vaishno Mata Ki Aarti

जय वैष्णवी माता, मैया जय वैष्णवी माता।  हाथ जोड़ तेरे आगे, आरती मैं गाता।। शीश पे छत्र विराजे, मूर्तिया प्यारी।  गंगा बहती चरणन , ज्योति जागे न्यारी।। ब्रह्मावेद पढ़े नित द्वारे, शंकर ध्यान धरे। सेवक छँवर ढुलावत , नारद नृत्य करे।। सुंदर गुफा तुम्हारी, मन को अति भावे।...

तुलसी आरती | Tulsi Aarti

जय जय जय तुलसी माता, जय जय जय तुलसी माता। सब जग की सुखदाता वरदाता। सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर, रुज से रक्षा करके भव त्राता। जय जय जय तुलसी माता। बटु पुत्री है श्यामा, सूर वल्ली है ग्राम्या, विष्णु प्रिय जो तुमको सेवे, सो नर तर जाता। जय जय जय तुलसी माता। हरि के...

रविदेव आरती | Ravidev Aarti

जय जय जय रविदेव, प्रभु जय जय जय रविदेव।रजनीपति मदहारी, शतदल जीवनदाता॥प्रभु जय जय जय रविदेव… (x2) षटपद मन मुदकारी, हे दिनमणि दाता।जग के हे रविदेव, जय जय जय रविदेव॥प्रभु जय जय जय रविदेव… नभमंडल के वासी, तुम ज्योति देवा।निज जन हित सुखरासी, तेरी हम सब सेवा॥प्रभु जय जय जय...

श्री शनिदेव आरती | Shri Shanidev Aarti

!! जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी, सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी, जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी !! !! श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी, नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी, जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी सूरज के पुत्र प्रभु छाया...

श्री गोवर्धन महाराज की आरती | Shri Govardhan Maharaj Ki Aarti

श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। (x2) तोपे पान चढ़े तोपे फूल चढ़े, तोपे चढ़े दूध की धार। तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। श्री गोवर्धन महाराज, ओ महाराज, तेरे माथे मुकुट विराज रहेओ। तेरे कानन कुंडल सोहे रहेओ, तेरी ठोड़ी पे हीरा लाल। तेरे माथे मुकुट...

श्री बांकेबिहारी जी की आरती | Shri Bankebihari Ji Ki Aarti

श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं। आरती गाऊं प्यारे तुमको रिझाऊं, श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥ मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे। प्यारी बंसी मेरो मन मोहे। देख छवि बलिहारी मैं जाऊं। श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥ चरणों से निकली गंगा प्यारी,...

शिवरात्रि आरती | Shivratri Aarti

ॐ जय शिव ओंकारा, प्रभु जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ (x2) एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। तीनों रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥...

शनिवार आरती | Shanivar Aarti

जय जय शनिदेव महाराज। जन के संकट हरने वाले।। (x2) तुम सूर्य पुत्र बलिधारी, भय मानत दुनिया सारी तुम सूर्य पुत्र बलिधारी, भय मानत दुनिया सारी साधत हो दुर्लभ काज जय जय शनिदेव महाराज। जन के संकट हरने वाले।। (x2) तुम धर्मराज के भाई, जब क्रुरता पाई तुम धर्मराज के भाई, जब...

शाकुम्भरी माता की आरती | ShaKambhari Mata Ki Aarti

हरी ॐ श्री शाकुम्भरी अम्बा जी की आरती कीजो ऐसी अदभुत रूप ह्रदय धर लीजो शताक्षी दयालु की आरती कीजो ऐसी अदभुत रूप ह्रदय धर लीजो तुम परिपूर्ण आदि भवानी, सब घट-घट तुम आप बखानी ॐ श्री शाकुम्भरी अम्बा जी की आरती कीजो ऐसी अदभुत रूप ह्रदय धर लीजो तुम्ही हो शाकुम्भर, तुम ही हो...

सरस्वती माँ की आरती | Saraswati Maa Ki Aarti

ऊँ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता। सदगुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ जय जय सरस्वती माता॥ (x2) चन्द्रवदनि पद्मासिनि, द्युति मंगलकारी। सोहे शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी॥ जय जय सरस्वती माता॥ बाएं कर में वीणा, दाएं कर माला। शीश मुकुट मणि सोहे, गल मोतियन माला॥ जय...

संतोषी माँ की आरती | Santoshi Maa Ki Aarti

जय संतोषी माता, मैया संतोषी माता | अपने सेवक जन की, सुख सम्पत्ति दाता || जय संतोषी माता… (x2) सुन्दर चीर सुनहरी माँ, धारण कीन्हों | हीरा पन्ना दमके, तन श्रंगार लीन्हों || गेरु लाल घटा छवि, बदन कमल सोहे | मन्द हँसत करुणामयी, त्रिभुवन मन मोहे || स्वर्ण सिंहासन बैठी,...

साई बाबा की आरती | Sai Baba Ki Aarti

ऊँ जय साईं नाथ, जय साईं नाथ आदि न अंत तुम्हारा, तुम्हें श्रद्धा नमन हमारा (2) धरती पर रहकर प्रभु तुमने तन अमबर तक विस्तारा ऊँ जय साईं नाथ, जय साईं नाथ आदि न अंत तुम्हारा, तुम्हें श्रद्धा नमन हमारा ईश्वरीय आलोक लिए प्रभु मानव रूप धरे हो चमत्कार ही चमत्कार से तुम...

रामायण आरती | Ramayan Aarti

आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥ गावत ब्राह्मादिक मुनि नारद। बालमीक विज्ञान विशारद। शुक सनकादि शेष अरु शारद। बरनि पवनसुत कीरति नीकी॥ आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥ सन्तन गावत शम्भू भवानी। अरु घट सम्भव मुनि विज्ञानी। व्यास आदि...

राधाकृष्ण आरती | Radha Krishna Aarti

ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण श्री राधा कृष्णाय नमः  श्री राधा कृष्णाय नमः (x2) चन्द्रमुखी चंचल चितचोरी, सुघड़ सांवरा सूरत भोरी श्यामा श्याम एक सी जोड़ी श्री राधा कृष्णाय नमः.. ॐ जय श्री राधा, जय श्री कृष्ण श्री राधा कृष्णाय नमः  श्री राधा कृष्णाय नमः पंच रंग चूनर,...

पार्वती माता की आरती | Parvati Mata ki Aarti

जय पार्वती माता जय पार्वती माता ब्रम्हा सनातन देवी शुभ फल की दाता || जय पार्वती माता || अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता || जय पार्वती माता || सिंह को वाहन साजे कुंडल है साथा देव बंधु जस गावत नृत्य करत ताथा || जय पार्वती माता || सतयुग...

लक्ष्मी माँ की आरती | Laxmi ji ki Aarti

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता। तुमको निस दिन सेवत, हर विष्णु धाता ॥ ॐ जय…॥ उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग माता। सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय…॥ दुर्गारूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता। जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि-धन पाता ॥ ॐ...

जगदम्बा माता की आरती | Jagdamba Mata ki Aarti

आरती कीजे शैल सुता की जगदम्बा की, स्नेह सुधा सुख सुन्दर लीजै, जिनके नाम लेत दृग भीजै, ऐसी वह माता वसुधा की आरती कीजे शैल सुता की जगदम्बा की, || आरती कीजे || पाप विनाशिनी कलि मॉल हारिणी, दयामयी भवसागर तारिणी शस्त्र धारिणी शैल विहारिणी, बुधिराशी गणपति माता की आरती कीजे...