आरती युगलकिशोर की | Aarti Yugal Kishore Ki

आरती युगलकिशोर की कीजै |
तन मन धन न्योछावर कीजै || (x2)

गौरश्याम मुख निरखत रीजे |
प्रेम स्वरुप नयन भरि पीजै ||

रवि शशि कोटि बदन की शोभा |
ताहि निरखि मेरो मन लोभा ||

आरती युगलकिशोर की कीजै |
तन मन धन न्योछावर कीजै || (x2)

मोर मुकुट कर मुरली सोहे |
नटवर वेश निरख मन मोहे ||

ओढ़े पीत नील पट सारी |
कुंजन ललना लाल बिहारी ||

आरती युगलकिशोर की कीजै |
तन मन धन न्योछावर कीजै || (x2)

श्री पुरषोतम गिरिवरधारी |
आरती करें सकल ब्रज नारी ||

नंदनंदन ब्रजभान, किशोरी |
परमानंद स्वामी अविचल जोरी ||

आरती युगलकिशोर की कीजै |
तन मन धन न्योछावर कीजै || (x3)