मराठी भाषा मुख्य रूप से महाराष्ट्र प्रांत में बोली जाने वाली भाषा है। भाषाई परिवार के हिसाब से देखा जाए तो मराठी आर्य परिवार में आती है। मराठी भाषा का जन्म तब हुआ, जब संस्कृत से अपभ्रंश तक का सफ़र पूरा हो गया। मराठी भाषा भारत की प्रमुख भाषाओं में से एक है। मराठी भाषा गोवा और महाराष्ट्र की राज्य भाषा है और साथ ही मराठी भारत के पश्चिमी भारत की सह-राज्य भाषा है। मराठी पूरे विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में 16वे नंबर पर और भारत में तीसरे नंबर पर आती है। मराठी भाषा को बोलने वालों की संख्या 9 करोड़ के आसपास है। यह भाषा भी हिंदी की ही तरह संस्कृत पर ही आधारित है।
भाषा के प्रयोग वाले क्षेत्र
मराठी भारत के आलावा भी कई देशों में जैसे मॉरिशस और इस्राइल में बोली जाती है। इसके आलावा भी कई देश हैं जहाँ मराठी मूल के लोग रहते हैं और वे मराठी भाषा बोलते हैं। ऐसे कुछ देश हैं- अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ़्रीका, सिंगापुर, जर्मनी, संयुक्त राजशाही (ब्रिटेन), ऑस्ट्रेलिया, वेस्ट ईंडीज और न्यूज़ीलैंड।
अगर हम भारत की बात करें तो भारत में मराठी सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में बोली जाती है, इसके आलावा यह भारत में गोवा, कर्नाटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ में भी बोली जाती है।
स्टेटस
मराठी महाराष्ट्र की आधिकारिक और दमन-दीव, दादरा और नगर हवेली नामक केंद्र शासित प्रदेशों में सह-आधिकारिक भाषा है। मराठी उन भाषाओं में से एक है, जो भारत के संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल हैं। महाराष्ट्र सरकार ने मराठी को क्लासिकल (शास्त्रीय) भाषा का पद दिलाने के लिए संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार को एक आवेदन प्रस्तुत किया है।
मराठी साहित्य से जुड़ी शिक्षा
महाराष्ट्र में तो मराठी पढ़ाई ही जाती है, मगर उसके अलावा वडोदरा में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय, हैदराबाद में उस्मानिया विश्वविद्यालय, धारवाड़ में कर्नाटक विश्वविद्यालय, कलाबुरागी में गुलबर्गा विश्वविद्यालय, इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और गोवा में गोवा विश्वविद्यालय में भी मराठी साहित्य के लिए अलग से खास विभाग बनाए गए हैं। नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय ने भी बताया है कि वे भी मराठी के लिए एक अलग विभाग बना रहे हैं।
मराठी दिवस 27 फरवरी को कवि ‘विष्णु वामन शिरवाड़कर’ के जन्म दिवस पर मनाया जाता है।
इतिहास
भारत की जो भी भाषा ‘प्राकृत’ से बनी है, वे सभी भाषाएं आर्य परिवार में आती हैं और मराठी भी एक ऐसी ही भाषा है। मराठी उन कई भाषाओं में से एक है, जो महाराष्ट्र प्राकृत सें बनीं है।
बोलियाँ
जिन बोलियों का उपयोग शिक्षाविदों और प्रिंट मीडिया करती है, मानक मराठी उन बोलियों पर आधारित है।