देश के कई हिस्सों में जगह-जगह इन दिनों लगातार पुल ढहने या टूटने की खबरें आ रही हैं। इस बार पुल बहने का हादसा चुनावी राज्य मध्यप्रदेश से सामने आया है। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की पोहरी तहसील में करोड़ों की लागत से कूनो नदी पर बना पुल पहली बारिश में ही बह गया। मिडिया के अनुसार पुल करीब 7 करोड़ रुपए की लागत से अधिक खर्च में बना था। गौर करने वाली बात ये भी है कि कुछ दिन पहले ही करोड़ों रुपए की लागत से बने इस पुल का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ने ही किया था। करीब 3 महीने पहले ही 29 मई 2018 को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के द्वारा इसका लोकार्पण किया गया था और लोकार्पण के कुछ ही महीनों में पुल ही बह गया।

विकास के दावे करने वाली मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार पुल के बहने के बाद सवालों के कटघरे में खड़ी है। यह पुल खरवाया और इंदुर्खी गांव को जोड़ता था, इस पुल की मांग ग्रामीण लंबे समय से कर रहे थे, जो जिले में हुई तेज बारिश के चलते भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। इस पुल में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत भाजपा विधायक प्रह्लाद भारती ने की थी, लेकिन सत्तारुढ़ पार्टी के विधायक होने के बावजूद उनकी बात नहीं सुनी गई। स्थानीय विधायक को जब पुल के घटिया निर्माण की जानकारी मिली, तो उन्होंने न केवल इसकी शिकायत विभागीय अधिकारियों को की, बल्कि विधानसभा में भी सवाल उठाया गया। बावजूद इसके इंजीनियरों की टीम ने मौके पर पहुंच कर खानापूर्ति कर काम को एक अंजाम रास्ता दिखा दिया।